नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। अंधा प्यार कुछ भी नहीं मानता। परंपरा हो या धर्म सभी मर्यादाओं को लांघ जाता है और कभी-कभी यह हत्या भी कराता है। इंदौर के ट्रांपोस्ट कारोबारी के बेटे राजा रघुवंशी की हत्या मामले में यह बात भी साबित हो जाती है। हत्यारी सोनम के साथ राजा रघुवंशी की शादी रघुवंशी परिवारों की परंपरा का पालन करते हुए राम नवमी की खास रस्म का पालन किया गया था। लेकिन अपनी कंपनी में कर्मचारी राज कुशवाहा के प्रेम में अंधी सोनम ने अपने पति की हत्या के लिए षडयंत्र रचा और उसकी जान ले ली।
शादी के लिए क्या है रघुवंशी परिवारों की परंपरा
रघुवंशी परिवार शादी के लिए एक परंपरा का पालन करते हैं। राम नवमी पर मिलते हैं और अपने विवाह योग्य बेटे-बेटियों का बायोडाटा एक दूसरे से साझा करते हैं। जोड़ा मैच हो जाने के बाद आपस में संपर्क करते हैं और शादी तय करते हैं। इसी तरह से राजा और सोनम की शादी तय हुई थी। दोनों की धूमधाम से 11 मई को शादी हुई थी।
अपनी उम्र से पांच वर्ष छोटे राज से प्रेम करती थी सोनम
सोनम के पिता देवी सिंह रघुवंशी प्लाइवुड कारोबारी हैं। देवी सिंह के लकवाग्रस्त होने के बाद उनका बेटा गोविंद इस कारोबार को संभालता है। राज कुशवाहा उनकी कंपनी में सुपरवाइजर की नौकरी करता है। उम्र में वह सोनम से पांच वर्ष छोटा है। सोनम इसी कंपनी में 2023 में एचआर प्रबंधक बनी और राज के संपर्क में आई। अपना प्रेम छुपाने के लिए राज सोनम को दीदी कहता था। राज कुछ दिनों पहले तक सोनम के परिवार में ही रहता था। वहां से वह जिस क्षेत्र में रहने गया, हत्या में शामिल सभी आरोपी वहीं रहते हैं। पूरी तरह से रचे गए षडयंत्र की भनक किसी को नहीं लग पाई और राजा रघुवंशी की जान चली गई।