नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। 22 साल की
शर्मिष्ठा पनोली की गिरफ्तारी को लेकर देशभर में सियासत गरमा गई है। एक डच सांसद ने मामले पीएम मोदी से अपील करते हुए शर्मिष्ठा की रिहाई की मांग की है। पुणे की लॉ स्टूडेंट शर्मिष्ठा को कोलकाता पुलिस ने सोशल मीडिया पर 'ऑपरेशन सिंदूर' नामक वीडियो शेयर करने के मामले में गुरुग्राम से गिरफ्तार किया। आरोप है कि उन्होंने धर्म के आधार पर शत्रुता फैलाने वाली टिप्पणी की थी। कोर्ट ने उन्हें 13 जून तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
कौन हैं शर्मिष्ठा पनोली?
शर्मिष्ठा पनोली पुणे की एक लॉ यूनिवर्सिटी की छात्रा हैं और सोशल मीडिया पर उनकी बड़ी फैन फॉलोइंग है। एक पाकिस्तानी यूजर के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने हाल ही में एक वीडियो शेयर किया था, जिसमें उन्होंने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम हमले के बाद बॉलीवुड की चुप्पी पर सवाल उठाए थे। इसी वीडियो को लेकर विवाद हुआ और उनके खिलाफ कोलकाता पुलिस ने केस दर्ज कर लिया।
गिरफ्तारी पर शुरू हुई सियासत
इस गिरफ्तारी के बाद राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि शर्मिष्ठा ने अपने वीडियो के लिए माफी मांग ली थी और वीडियो डिलीट भी कर दिया था, फिर भी ममता बनर्जी की पुलिस ने कार्रवाई कर दी, जो तुष्टीकरण की राजनीति के अलावा कुछ नहीं है। उन्होंने टीएमसी नेताओं पर दोहरे मापदंड अपनाने का भी आरोप लगाया।
डच सांसद गीर्ट विल्डर्स ने की मोदी से अपील
इस मुद्दे पर डच सांसद गीर्ट विल्डर्स भी मैदान में उतर आए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से
शर्मिष्ठा पनोली की रिहाई की अपील करते हुए कहा कि यह अभिव्यक्ति की आजादी का उल्लंघन है और उन्हें पाकिस्तान के बारे में सच बोलने की सजा नहीं मिलनी चाहिए।
कंगना रनौत और अन्य नेताओं की प्रतिक्रिया
अभिनेत्री और बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने भी शर्मिष्ठा का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि हालांकि उनकी भाषा थोड़ी तीखी थी, लेकिन आज के युवाओं में यह आम है। माफी मांगना ही काफी होना चाहिए, उन्हें और परेशान नहीं किया जाना चाहिए। कांग्रेस नेता कार्ति चिदंबरम ने भी गिरफ्तारी को गलत ठहराया और कहा कि यह पुलिस पावर का दुरुपयोग है। वहीं बीजेपी नेता नितेश राणे ने भी सवाल उठाया कि जब सनातन धर्म पर रोज हमला होता है तो कोई कार्रवाई क्यों नहीं होती।