/young-bharat-news/media/media_files/2025/09/01/xi-jinping-18-2025-09-01-10-02-39.jpg)
Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क: पीएम नरेंद्र मोदी हाल ही में जब चीन पहुंचे तो उनके स्वागत के लिए चीन ने खास इंतजाम किए। उन्हें वहां की सबसे प्रतिष्ठित और लग्जरी कार ‘होंगकी’ लिमोज़ीन में सफर कराया गया। यह वही कार है जिसका इस्तेमाल चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग खुद आधिकारिक दौरों में करते हैं। ‘होंगकी’ चीन में सिर्फ एक गाड़ी नहीं, बल्कि ‘मेड इन चाइना’ का गर्व और देश की तकनीकी आत्मनिर्भरता का प्रतीक मानी जाती है। इसकी लंबाई करीब 18 फीट है, वजन लगभग 3.1 टन और कीमत करीब 7 करोड़ रुपये है। इसे चीन की सबसे पुरानी और प्रतिष्ठित कार निर्माता कंपनी FAW ग्रुप (फर्स्ट ऑटोमोबाइल वर्क्स) बनाती है। यह ब्रांड 1958 में शुरू हुआ था।
चीन की आधिकारिक सरकारी कार है ‘होंगकी’
शुरुआत में होंगकी कारें सिर्फ चीन के शीर्ष नेताओं के लिए बनती थीं जैसे माओ जेडोंग और अन्य कम्युनिस्ट अधिकारी। ये कारें पूरी तरह से हाथ से बनी होती थीं और चीनी कारीगरी की मिसाल मानी जाती थीं। समय के साथ ये कारें चीन की सैन्य परेड, अंतरराष्ट्रीय शिखर सम्मेलन और औपचारिक आयोजनों में शक्ति और प्रतिष्ठा का प्रतीक बन गईं। हाल के वर्षों में राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इस ब्रांड को फिर से जीवंत किया और इसे मर्सिडीज, बीएमडब्ल्यू और रोल्स-रॉयस जैसी विदेशी लग्जरी कारों के मुकाबले खड़ा किया। अब इसे चीन की आधिकारिक सरकारी कार बना दिया गया है।
खास मेहमानों ही करते हैं होंगकी में सफर
पीएम मोदी को होंगकी लिमोजीन में सफर कराना चीन की तरफ से एक खास कूटनीतिक संदेश भी है। इस सम्मानजनक सवारी की व्यवस्था सिर्फ चुनिंदा और खास मेहमानों के लिए की जाती है। यह चीन की बढ़ती वैश्विक ताकत और आत्मनिर्भरता को दर्शाता है। जैसे अमेरिका के पास कैडिलैक और ब्रिटेन के पास रोल्स-रॉयस है, वैसे ही चीन होंगकी को अपना राष्ट्रीय ब्रांड बनाकर दुनिया को दिखाना चाहता है कि वह अब सिर्फ सस्ते सामानों का निर्माता नहीं, बल्कि उच्च गुणवत्ता और लक्जरी तकनीक का नेतृत्व करने वाला देश बन चुका है। माओ की परेड कार से लेकर आज शी जिनपिंग की सवारी बनने तक, होंगकी चीन के आत्मविश्वास, नवाचार और वैश्विक महत्वाकांक्षा का प्रतीक बन गई है। : Pm Modi China Visit | xi jinping
Advertisment