Advertisment

MP Assembly: प्लास्टिक का सांप और गेहूं का बाली लेकर विधानसभा पहुंचे कांग्रेसी विधायक, जानें इस प्रतीकात्मक विरोध का कारण

मध्य प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन भी कांग्रेस विधायकों ने विरोध-प्रदर्शन का सिलसिला जारी रखा। बेरोजगारी के मुद्दे पर जहां वे प्लास्टिक के सांप लेकर पहुंचे, वहीं किसानों की समस्याओं को लेकर उनके हाथ में गेहूं की बाली थी।

author-image
YBN News
एडिट
CongressMLA

CongressMLA Photograph: (ians)

Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

भोपाल, आईएएनएस। मध्य प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन भी कांग्रेस विधायकों ने विरोध-प्रदर्शन का सिलसिला जारी रखा। बेरोजगारी के मुद्दे पर जहां वे प्लास्टिक के सांप लेकर पहुंचे, वहीं किसानों की समस्याओं को लेकर उनके हाथ में गेहूं की बाली थी। भाजपा की ओर से कांग्रेस विधायकों के विरोध-प्रदर्शन पर तंज कसे गए हैं।  

यह भी पढ़ें: बेहद दुखद : Virat Kohli के आउट होते ही छात्रा को लगा सदमा, Heart attack से हुई मौत

कांग्रेस विधायक पिटारे में सांप लेकर पहुंचे

बजट सत्र के दूसरे दिन की कार्यवाही शुरू होने से पहले कांग्रेस विधायक पिटारे में प्लास्टिक के सांप लेकर पहुंचे। कांग्रेस विधायकों ने गांधी प्रतिमा के सामने विरोध-प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि सरकारी नौकरियों पर भाजपा सरकार सांप की तरह कुंडली लगाए बैठी है।

यह भी पढ़ें: Budget session: सदन में नड्डा हुए नाराज! बोले-नेता प्रतिपक्ष सहित विपक्ष के सदस्यों को रिफ्रेश कोर्स कराया जाए

सदन के भीतर गेहूं की बालियां 

Advertisment

नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार ने सरकार पर आरोप लगाए। दूसरी ओर कांग्रेस विधायक रजनीश सिंह गेहूं की बालियां लेकर सदन के भीतर जाना चाहते थे, मगर उन्हें सुरक्षाकर्मियों ने बाहर ही रोक दिया, जिसके चलते धक्का-मुक्की की स्थिति बनी।

कांग्रेस विधायक रजनीश सिंह का कहना है कि उनके क्षेत्र के किसानों को पानी नहीं मिल रहा है। किसानों को समस्या हो रही है। फसल पक नहीं पा रही है।

यह भी पढ़ें: Parliament: तमिलनाडु सरकार के मंत्री नहीं देते भाव, भाषाई विवाद के बीच छलका शिवराज चौहान का दर्द

कांग्रेस के नेता एक-दूसरे को डसने में लगे 

Advertisment

कांग्रेस विधायकों के इस प्रदर्शन पर भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने तंज कसा है।उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता एक-दूसरे को डसने में लगे हैं, कमलनाथ को दिग्विजय सिंह डस रहे हैं। जहां तक किसानों की बात है, तो कांग्रेस के शासनकाल में सात लाख हेक्टेयर में सिंचाई होती थी, आज 57 लाख हेक्टेयर में सिंचाई हो रही है। कांग्रेस के काल में गेहूं 400 से 500 रुपए क्विंटल खरीदा जाता था, आज 2,600 रुपए क्विंटल खरीदा जा रहा है। इतना ही नहीं, राज्य सरकार किसानों की जिंदगी में बदलाव ला रही है।

यह भी पढ़ें: घर खरीदारों के हितों की सुरक्षा के लिए उठाया कदम, अंसल एपीआई मामले में UP RERE ने एनसीएलटी में दाखिल की याचिका

कांग्रेस के विरोध-प्रदर्शन

राज्य के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कांग्रेस के विरोध-प्रदर्शन पर कहा है कि अगर कांग्रेस के विधायक किसानों की समस्याओं पर बात करना चाहते हैं, तो उन्हें टेबल पर होना चाहिए। राज्य में किसी भी हिस्से में 10 घंटे से कम बिजली दी जा रही हो, तो बताएं। ऐसा है तो बिजली विभाग के अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी। जो जैसा होता है, वैसा ही सोचते हैं। कांग्रेस के विधायक वही कर रहे हैं।

Advertisment
Advertisment