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देशभर में प्राकृतिक आपदाओं से भारी तबाही, Uttarakhand में सबसे ज्यादा जानें गईं

देशभर में इस साल 30 जुलाई 2025 तक जल-मौसम संबंधी आपदाओं के कारण 1,626 लोगों की मौत हो चुकी है। उत्तराखंड, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश और हिमाचल प्रदेश सबसे अधिक प्रभावित राज्यों में हैं।

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Ranjana Sharma
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नई दिल्ली,वाईबीएन: इस साल 30 जुलाई तक देशभर में जल-मौसम संबंधी प्राकृतिक आपदाओं के कारण 1,626 लोगों की मौत हो चुकी है। यह आंकड़ा तब सामने आया जब 5 अगस्त को उत्तराखंड के धराली में आई विनाशकारी बाढ़ ने फिर से मौसम जनित खतरों की गंभीरता को उजागर कर दिया। 

उत्तराखंड हुआ सबसे ज्यादा प्रभावित

उत्तराखंड सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य रहा है, जबकि आंध्र प्रदेश (343 मौतें), मध्य प्रदेश (243) और हिमाचल प्रदेश (195) जैसे राज्य भी शीर्ष पर हैं जहां सबसे ज्यादा जानें गईं। जलवायु आपदाओं के कारण अब तक देश में 1.57 लाख हेक्टेयर से अधिक फसल क्षेत्र भी बर्बाद हो चुका है।पिछले चार महीनों में 25 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने मौसम संबंधी आपदाओं के चलते जनहानि की सूचना दी है। 

इन राज्यों में हुईं इतनी मौतें 

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  • महाराष्ट्र: 90 मौतें
  • केरल: 97 मौतें
  • कर्नाटक: 102 मौतें
  • बिहार: 101 मौतें
  • गुजरात: 70 मौतें
  • राजस्थान: 79 मौतें
  • जम्मू-कश्मीर: 37 मौतें
  • उत्तर प्रदेश: 23 मौतें
  • त्रिपुरा और पंजाब: 24-24 मौतें
  • असम: 32 मौतें
  • मेघालय: 14 मौतें

IMD की चेतावनी प्रणाली और सरकार की तैयारी

केंद्र सरकार ने ऐसी आपदाओं से निपटने के लिए भारतीय मौसम विभाग (IMD) के जरिए एक उन्नत निगरानी और चेतावनी प्रणाली लागू की है। इस पर राज्यसभा में गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह प्रणाली रडार नेटवर्क, सैटेलाइट प्लेटफॉर्म और ग्राउंड-बेस्ड लाइटनिंग नेटवर्क को एकीकृत करती है। देशभर में 102 सेंसर के जरिए ग्राउंड-बेस्ड लाइटनिंग डिटेक्शन नेटवर्क संचालित करती है। 5 दिन पहले तक गरज-चमक और बिजली गिरने की चेतावनी जारी करती है। पूर्वानुमान हर 6 घंटे में अपडेट होते हैं। जिले और स्टेशन स्तर पर कलर-कोडेड अलर्ट (नाउकास्ट) हर 3 घंटे में जारी किए जाते हैं।

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‘दामिनी’ ऐप बिजली गिरने से पहले चेतावनी

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रॉपिकल मेटियोरोलॉजी (IITM), पुणे द्वारा देशभर में फैले 112 सेंसरों के साथ एक लाइटनिंग लोकेशन नेटवर्क स्थापित किया गया है। यह नेटवर्क 200–250 किमी क्षेत्र तक कवरेज देता है। इस नेटवर्क की मदद से सरकार ने ‘दामिनी – लाइटनिंग अलर्ट’ मोबाइल ऐप लॉन्च किया है, जो यूजर को 20–40 वर्ग किमी क्षेत्र में बिजली गिरने की तत्काल चेतावनी देता है। रियल-टाइम लोकेशन के आधार पर अलर्ट भेजता है।  Weather Related Disasters | IMD Weather Updates | India Aviation Disaster | Disaster Survival | Natural Disaster | Rain Disaster | Top Natural Disasters 2025 

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