Advertisment

Vaishno Devi Yatra : बारिश और भूस्खलन से लगातार 13वें दिन भी स्थगित

माता वैष्णो देवी यात्रा लगातार 13वें दिन भी भारी बारिश और भूस्खलन के कारण स्थगित रही। 26 अगस्त को हुए भूस्खलन में 34 श्रद्धालुओं की मौत हुई थी। मौसम विभाग ने 8-9 सितंबर के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।

author-image
Ranjana Sharma
BeFunky-collage - 2025-09-07T121328.455
Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

जम्मू, श्रीनगर, वाईबीएन डेस्क: माता वैष्णो देवी की तीर्थयात्रा रविवार को लगातार 13वें दिन स्थगित रही। लगातार हो रही भारी बारिश और तीर्थयात्रा मार्ग पर भूस्खलन की घटनाओं के कारण श्रद्धालुओं के लिए यात्रा असुरक्षित हो गई है। त्रिकुटा पहाड़ियों में भूस्खलन से सड़कें अवरुद्ध हो चुकी हैं, जिससे यात्रा मार्ग बाधित हो गया है।

9 सितंबर तक बारिश येलो अलर्ट जारी 

श्रीनगर के क्षेत्रीयमौसम विज्ञान केंद्र ने 7 सितंबर तक किसी अलर्ट की सूचना नहीं दी, लेकिन 8 और 9 सितंबर के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है जिसमें आंधी, बिजली और तूफान की चेतावनी दी गई है। 26 अगस्त को अचानक आए भूस्खलन में 34 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी और कई घायल भी हुए थे। यह भयंकर घटना अर्धकुंवारी के पास स्थित इंद्रप्रस्थ भोजनालय के पास हुई थी, जहां कटरा से माता वैष्णो देवी मंदिर तक 12 किलोमीटर की यात्रा के करीब आधे रास्ते में भारी मलबा गिर गया था।

समिति घटना के कारणों व बचाव प्रयासों की समीक्षा में जुटी 

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस आपदा की गहराई से जांच के लिए तीन सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति गठित की है। इस समिति के अध्यक्ष जम्मू-कश्मीर जल शक्ति विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव शालीन काबरा हैं, साथ में जम्मू संभागीय आयुक्त और पुलिस महानिरीक्षक भी सदस्य हैं। समिति को दो सप्ताह के भीतर अपनी जांच रिपोर्ट उपराज्यपाल को सौंपने का आदेश दिया गया है। समिति घटना के कारणों, बचाव प्रयासों की समीक्षा और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचाव के लिए मानक संचालन प्रक्रिया तैयार करेगी।

लकड़ी का पुल बनाकर प्रभावित गांवों से संपर्क बहाल किया

डोडा जिले के भद्रवाह क्षेत्र में भी भारी बारिश के कारण बादल फटने से बाढ़ आई, जिससे कई गांव मुख्य शहर से कट गए। इस कठिन परिस्थिति में सेना की 4 राष्ट्रीय राइफल्स इकाई ने मात्र 18 घंटे में एक अस्थायी लकड़ी का पैदल पुल बनाकर प्रभावित गांवों से संपर्क बहाल किया। बेजा गांव में आई आपदा ने महत्वपूर्ण सड़कें बहा दी थीं, जिससे बुटला, बेजा, श्रेखी और कट्यारा के निवासी अलग-थलग पड़ गए थे।सभी राहत कार्य और जांच प्रक्रिया अभी भी जारी है, ताकि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।

Vaishno devi | Vaishno Devi Landslide | Vaishno Devi yatra news

Vaishno Devi yatra news Vaishno Devi Landslide Vaishno devi
Advertisment
Advertisment