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जासूसी के आरोप में फंसी यूट्यूबर Jyoti Malhotra को राहत नहीं, जेल भेजा

पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को हिसार अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा। पूछताछ में विदेशी संपर्क और संदिग्ध गतिविधियों के मिले सुराग।

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Dhiraj Dhillon
You- Tuber- Jyoti Malhotra

Photograph: (IANS)

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हिसार, आईएएनएस। Jyoti Malhotra News: पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को हिसार की एक अदालत ने सोमवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। पुलिस रिमांड के दौरान हासिल की गई जानकारी देते हुए पुलिस ने कोर्ट को बताया कि चार दिन तक चले सैन्य संघर्ष के दौरान भी ज्योति मल्होत्रा पाकिस्तानी उच्चायोग के कर्मचारी दानिश के संपर्क में थी, हालांकि पुलिस ने कोई रणनीतिक या संवेदनशील जानकारी हासिल या शेयर किए जाने की जानकारी मिलने से इंकार किया है।  रिमांड की अवधि पूरी होने के बाद ज्योति को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेजने का आदेश दिया गया। ज्योति मल्होत्रा को पुलिस की अर्जी पर अदालत ने दो बार में नौ दिन की रिमांड पर भेज दिया था, आज रिमांड पूरी होने के बाद अदालत ने ज्योति को जेल भेज दिया।

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16 मई को गिरफ्तार हुई थी ज्योति मल्होत्रा

रिमांड के दौरान पुलिस ने यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा से गहन पूछताछ की और जासूसी से संबंधित महत्वपूर्ण सुराग जुटाने का प्रयास किया। यूट्यूबर के खिलाफ 16 मई को सरकारी गोपनीयता अधिनियम और भारतीय दंड संहिता के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया गया था। वह उन 12 लोगों में शामिल थी जिन्हें जासूसी के संदेह में पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया था। बताया गया कि वह पाकिस्तानी उच्चायोग के कर्मचारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश के संपर्क में थी। 

दानिश को 13 मई को हुआ था देश ‌निकाला 

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भारत ने कथित तौर पर जासूसी में लिप्त होने के कारण 13 मई को दानिश को देश से निष्कासित कर दिया था। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए), खुफिया ब्यूरो और सैन्य खुफिया अधिकारियों ने भी मल्होत्रा से पूछताछ की है। जांच से पता चला है कि वह पाकिस्तान, चीन, बांग्लादेश, इंडोनेशिया और कुछ अन्य देशों में गई थी। पुलिस ने कहा था कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी मल्होत्रा को एक 'एसेट' के रूप में विकसित कर रही थी। यह भी बताया गया कि 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिवसीय सैन्य संघर्ष के दौरान वह दानिश के संपर्क में थी। 

डिलीट की गई चैट से हुआ यह खुलासा

जांच के दौरान पुलिस को ज्योति मल्होत्रा के लैपटॉप और मोबाइल से डिलीट की गई चैट मिली है। इससे पहले पुलिस ने उसके तीन मोबाइल फोन और एक लैपटॉप को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा था। मल्होत्रा के बैंक खातों की भी जांच की जा रही है। हिसार के पुलिस अधीक्षक के आधिकारिक बयान के अनुसार, अब तक की जांच में ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है जिससे पता चले कि मल्होत्रा ने संवेदनशील रक्षा या रणनीतिक जानकारी हासिल की हो, न ही आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने या आतंकवादी संगठनों से उसके संबंधों का कोई संकेत मिला है।

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