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DharmendraMumtaj Photograph: (ians)
नई दिल्ली। दिग्गज अभिनेत्री मुमताज ने बॉलीवुड के महान अभिनेता धर्मेंद्र को श्रद्धांजलि देते हुए एक भावुक पोस्ट शेयर किया है। धर्मेंद्र के निधन के बाद मुमताज ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर उनके साथ की पुरानी और यादगार तस्वीरें साझा कीं। इन तस्वीरों में दोनों की रोमांटिक केमिस्ट्री और गहरी दोस्ती साफ झलकती है। मुमताज ने कैप्शन में लिखा, "धरम जी, आप हमेशा हमारे साथ थे और हैं! ईश्वर आपकी आत्मा को शांति दे!"।
भावनात्मक पोस्ट
'लोफर' और 'झील के उस पार' जैसी कई फिल्मों में इस जोड़ी ने काम किया था, जिन्हें दर्शकों ने खूब पसंद किया था।यह भावनात्मक पोस्ट दिखाता है कि हिंदी सिनेमा के इस युग के कलाकारों के बीच कितना मजबूत बंधन था।फैंस भी इन तस्वीरों पर कमेंट कर उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
300 से ज्यादा फिल्म
मालूम हो कि 300 से ज्यादा फिल्मों में अपनी बहुमुखी प्रतिभा से दर्शकों को दशकों तक मनोरंजन करने वाले धर्मेंद्र देओल आज हमारे बीच नहीं हैं। अभिनेता भले ही दुनिया से चले गए हैं, लेकिन आज भी अपने स्वभाव और सफलता के बल पर लोगों के दिलों में जिंदा हैं। अब उनके साथ कई फिल्मों में काम करने वाली दिग्गज अभिनेत्री मुमताज ने धर्मेंद्र देओल को श्रद्धांजलि अर्पित की है।
रोमांटिक केमिस्ट्री
दिग्गज अभिनेत्री मुमताज ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर अपनी और धर्मेंद्र की पुरानी फोटोज शेयर की हैं। फोटोज में दोनों के बीच की रोमांटिक केमिस्ट्री साफ दिख रही है।प्यारी फोटोज को पोस्ट कर उन्होंने कैप्शन में लिखा, "धरम जी, आप हमेशा हमारे साथ थे और हैं! ईश्वर आपकी आत्मा को शांति दे!" अभिनेत्री मुमताज और धर्मेंद्र देओल की जोड़ी 70 के दशक की हिट जोड़ियों में से एक थी। दोनों ने साथ में फिल्म 'लोफर', 'मेरे हमदम मेरे दोस्त’, 'आदमी और इंसान', 'झील के उस पार' और 'चंदन का पलना' में काम किया था, लेकिन 1973 में आई फिल्म 'लोफर' पर्दे पर हिट साबित हुई थी।
टॉप रोमांटिक गानों की लिस्ट
फिल्म में मुमताज और धर्मेंद्र की रोमांटिक केमिस्ट्री को खूब पसंद किया गया था। इस फिल्म का गाना "मैं तेरे इश्क में मर न जाऊ" आज भी 70 के दशक के टॉप रोमांटिक गानों की लिस्ट में शुमार है। इसी फिल्म के गाने 'आज मौसम बड़ा बेईमान है' और 'कोई शहरी बाबू' आज भी खूब पसंद किए जाते हैं। फिल्म 'लोफर' में धर्मेंद्र ने एक पॉकेटमार का रोल निभाया था, जबकि मुमताज एक जासूस थी। दोनों एक दूसरे के प्यार में पड़ जाते हैं, जिसके बाद धर्मेंद्र को बचाने के लिए मुमताज उनकी मदद करती हैं। फिल्म में एक्शन के साथ-साथ दोनों का भरपूर रोमांस भी दर्शकों को देखने को मिला है।
आइकॉनिक जोड़ी
इससे पहले साल 2023 में भी धर्मेंद्र और अभिनेत्री मुमताज को 'इंडियन आइडल' के सेट पर देखा गया था। दर्शकों के कहने पर दोनों ने फिल्म लोफर के गाने "मैं तेरे इश्क में मर न जाऊ" को फिर से रियल में स्टेज पर किया था। फिल्म के रिलीज हुए 52 साल के बाद भी दोनों के बीच वही स्पार्क दिखा, जो कभी साल 1973 में देखने को मिला था, लेकिन अब धर्मेंद्र के जाने के बाद ये आइकॉनिक जोड़ी सिर्फ अब पर्दे पर ही जिंदा रह गई है।
राज बब्बर की बेटी जूही ने धर्मेंद्र को किया याद-
दिग्गज मालूम हो कि अभिनेता राज बब्बर की बेटी जूही एक प्रतिष्ठित अभिनेत्री और थिएटर आर्टिस्ट हैं। उन्होंने धर्मेद्र के निधन के बाद उनके साथ बिताए पलों को याद किया। उन्होंने इंस्टाग्राम पर वीडियो पोस्ट कर लिखा, "धरम अंकल, ये यादें आपके साथ तब की हैं, जब मैं बहुत छोटी थी। मम्मी, गॉर्की, और मैं पापा के साथ कुल्लू-मनाली शूट पर गए थे। मुझे याद है, आपने देखा था कि मैं बहती नदी से कितनी डर रही थी, तब आपने मुझे अपनी पीठ पर बैठा लिया था और पानी के पास ले गए थे। वह पल मेरे दिल में बस गया था कि कई साल बाद, जब मैं अपना नाटक 'विद लव आपकी सैयारा' बना रही थी, तो मैंने उस याद को हमारी एक फोटोशॉप की हुई तस्वीर के जरिए दोबारा बनाया।"
आप हमेशा सैयारा के बाबा रहेंगे
उन्होंने लिखा, "जब मैं ब्रेक के बाद काम पर लौटी थी और खुद लिखने, डायरेक्ट करने और अपने नाटक 'विद लव आपकी सैयारा' को बनाने लगी, तो मेरे मन में सिर्फ एक चेहरा आया था। वह चेहरा आपका था, जो सैयारा और उसके पिता के खूबसूरत रिश्ते को पूरी तरह से निभा सकते थे।" जूही ने बताया कि उन्होंने धर्मेंद्र को कॉल कर नाटक के बारे में बताया था और अभिनेता ने इसको लेकर तुरंत हां भी कर दी थी। उन्होंने आगे लिखा, "नाटक में आपने बाबा का किरदार निभाया था और ये जगह कोई नहीं ले सकता है। आप हमेशा सैयारा के बाबा रहेंगे।"
नाटक इतना हिट
उन्होंने आगे लिखा, "आपकी दुआ की वजह से ही नाटक इतना हिट साबित हुआ था।" जूही ने बताया कि धर्मेंद्र के आते ही स्क्रीन पर लोगों की सांसें थम जाती थीं, हंसी, भावनाएं, और खामोशी सब कुछ इतना गहरा और अनोखा कि उसका कोई मुकाबला ही नहीं। उन्होंने बताया कि अब पुराने पलों को दोबारा पीछे मुड़कर देखती हैं, तो समझ आता है कि घर में मैंने जिस नाम को सबसे ज्यादा सुना, जिस इंसान को मेरे पापा ने सबसे ज्यादा प्यार, सम्मान और लगाव दिया, वो आप ही थे। आप मेरे पापा के लिए बड़े भाई जैसे थे। आपका जाना हमारे परिवार के लिए एक ऐसी कमी है, जिसे कोई भर नहीं सकता।
(इनपुट-आईएएनएस)
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