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Soha Ali Khan के पॉडकास्ट में Smriti Irani ने गिनाए सेलिब्रिटी होने के नुकसान, किए ये खुलासे

अभिनेत्री सोहा अली खान ने पॉडकास्ट शो ‘ऑल अबाउट हर’ की शुरुआत की थी। इसका तीसरा एपिसोड जल्द ही आने वाला है। इसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री और अभिनेत्री स्मृति ईरानी बतौर गेस्ट शामिल होंगी। यह एपिसोड 12 सितंबर को यूट्यूब पर रिलीज किया जा रहा है।

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YBN News
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SohaAliSmritiIrani Photograph: (IANS)

मुंबई। सोहा अली खान के पॉडकास्ट में केंद्रीय मंत्री और पूर्व अभिनेत्री स्मृति ईरानी ने खुलकर सेलिब्रिटी लाइफ के नुकसान बताए। उन्होंने कहा कि सेलिब्रिटी होने पर निजी जिंदगी लगभग खत्म हो जाती है और लोग आपकी हर छोटी-बड़ी बात पर टिप्पणी करने लगते हैं।  

एपिसोड 12 सितंबर को यूट्यूब पर

अभिनेत्री सोहा अली खान ने अगस्त में ही अपने नए पॉडकास्ट शो ‘ऑल अबाउट हर’ की शुरुआत की थी। इसका तीसरा एपिसोड जल्द ही आने वाला है। इसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री और अभिनेत्री स्मृति ईरानीबतौर गेस्ट शामिल होंगी। यह एपिसोड 12 सितंबर को यूट्यूब पर रिलीज किया जा रहा है। इसका एक प्रोमो वीडियो शेयर किया गया है। इसमें स्मृति ईरानी ने सेलिब्रिटी होने के नुकसान गिनाए हैं। साथ ही अपने राजनीतिक करियर से जुड़े कुछ खुलासे भी शो में किए।

अनुभवों से जुड़े कई रोचक किस्से

पॉडकास्ट में सोहा अली खान ने स्मृति ईरानी से पूछा कि क्या एक पहचाना हुआ चेहरा होना, उनके लिए फायदेमंद है या नुकसानदायक। इस पर स्मृति ने कहा, "नुकसानदायक। क्योंकि हर कोई यही मानता था कि अभिनेता राजनीति को अपने करियर के आखिरी पड़ाव पर किया जाने वाला काम मानते हैं, न कि कोई ऐसा काम जिसे उन्होंने शुरू से ही गंभीरता से अपनाया हो। अधिकतर अभिनेता अपनी लोकप्रियता के कारण राजनीति में आते हैं और फिर राज्यसभा सदस्य बन जाते हैं। मैं उनमें से नहीं थी।"उन्होंने यह भी कहा कि ग्लैमर इंडस्ट्री की चमक-दमक के पीछे काफी त्याग और मानसिक दबाव छिपा होता है। इस बातचीत में उन्होंने अपने अनुभवों से जुड़े कई रोचक किस्से साझा किए।

27 साल की उम्र में पहला चुनाव

उन्होंने आगे कहा, "जब मैं 2003 में सक्रिय राजनीति में आई, तो मैंने महाराष्ट्र में भाजपा की युवा शाखा के सदस्य के रूप में शुरुआत की थी। मेरे बैचमेट आज महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री हैं और मेरे दूसरे साथी धर्मेंद्र प्रधान, अब शिक्षा मंत्री हैं। लेकिन तब भी मैं फील्ड में रहना चाहती थी, अपने साथियों के साथ काम करना और उनका सम्मान हासिल करना चाहता थी, क्योंकि मुझे पता था कि मैं इसमें लंबे समय तक टिक सकती हूं।

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मैंने जमीनी स्तर पर पूरी जिम्मेदारी के साथ काम किया और बाद में नितिन गडकरीके अध्यक्ष बनने पर महाराष्ट्र में राज्य सचिव बनी। मैंने पांच भाजपा अध्यक्षों- राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, अमित शाह, जे.पी. नड्डा और वेंकैया नायडू, के साथ काम किया है। 2004 में मैंने 27 साल की उम्र में अपना पहला चुनाव लड़ा था। इसलिए मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकती हूं कि मैंने जमीनी स्तर पर काम किया है। मैं वहां थी, मैं बाकी सितारों से अलग हूं।"

 (इनपुट-आईएएनएस)

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