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'Operation Sindoor': कमल हासन ने ‘शांति के सम्मान में’ पत्र लिखकर सेना, देशवासियों को बताया ‘गौरव’'

अभिनेता कमल हासन ने सोशल मीडिया पर देश के नाम एक पत्र शेयर किया है, जिसमें उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' को सफलतापूर्वक अंजाम दिए जाने के लिए देश की सेना की सराहना की।

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YBN News
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kamalhasan Photograph: (ians)

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मुंबई , आईएएनएस। अभिनेता कमल हासन ने सोशल मीडिया पर देश के नाम एक पत्र शेयर किया है, जिसमें उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' को सफलतापूर्वक अंजाम दिए जाने के लिए देश की सेना की सराहना की। इसके साथ ही उन्होंने देशवासियों के योगदान की भी प्रशंसा की। 

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“शांति के सम्मान में, साहस की स्मृति में”

कमल हसन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर “शांति के सम्मान में, साहस की स्मृति में” नाम का पत्र शेयर किया।

देश की सेना के लिए उन्होंने लिखा, “धीरे-धीरे बंदूकों की आवाजें शांत होती जाएंगी और शांति कायम होती जाएगी। आइए, हम इस अवसर पर उन लोगों को सम्मानित करें जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति दे दी ताकि सब शांति के साथ सुरक्षित रह सकें। मैं अपने बहादुर सशस्त्र बलों को सलाम करता हूं, जो तिरंगे को हाथ में लिए कर्तव्य के प्रति दिल से समर्पित और खतरे के सामने अडिग होकर खड़े रहे। आप भारत का गौरव हैं। आपकी सतर्कता, बहादुरी और रक्षा करने के लिए हम आपको सलाम करते हैं।”

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भारत की एकता की सबसे बड़ी ताकत

इसके अलावा, हासन ने पड़ोसी देश से सटे भारत के राज्यों के निवासियों समेत पूरे देश की प्रशंसा की। उन्होंने लिखा, “भारत के लोगों के लिए, खास तौर पर जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और गुजरात के हमारे भाइयों के लिए, आपकी दृढ़ता असाधारण रही है। आप मजबूती से डटे रहे। आपके साथ, राष्ट्र और भी गौरवान्वित हुआ। कठिन समय में हमने भारत की एकता की सबसे बड़ी ताकत देखी है। राज्यों, भाषाओं और विचारधाराओं से परे, हम एकजुट हुए और मजबूत होकर सामने आए।”

भारत की एकता की सबसे बड़ी ताकत

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भारत सरकार की सराहना करते हुए उन्होंने लिखा, “मैं भारत सरकार की दृढ़ प्रतिक्रिया के लिए सराहना करता हूं, जिसने विश्व को एक स्पष्ट संदेश दिया कि भारत आतंक के सामने नहीं झुकेगा।”

कमल हासन ने यह भी बताया कि अब आगे क्या करने की जरूरत है। उन्होंने पत्र में लिखा, “जीत के बाद अब सतर्कता की जरूरत है। एक मजबूत राष्ट्र एक विचारशील राष्ट्र होता है। यह विजयोन्माद का समय नहीं है, बल्कि चिंतन का समय है। यह सीखने, मजबूत होने और पुनर्निर्माण का और एक मजबूत भारत की सेवा का समय है।”

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