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गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता
गाजियाबाद के क्रॉसिंग रिपब्लिक क्षेत्र में हुए संजय हत्याकांड ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। पुलिस ने इस मामले में मृतक की पत्नी प्रियंका और उसके प्रेमी रिंकू को गिरफ्तार कर सनसनीखेज खुलासे किए हैं। यह हत्याकांड न केवल एक प्रेम प्रसंग का परिणाम था, बल्कि नौकरी और नए जीवन की चाह में रची गई खौफनाक साजिश का हिस्सा था।
संजय कुमार (28), जो दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में कर्मचारी थे, की हत्या उनकी पत्नी प्रियंका और उसके प्रेमी रिंकू ने मिलकर की। प्रियंका का मकसद था संजय की मौत के बाद मृतक आश्रित कोटे से मिलने वाली नौकरी हासिल करना। इसके बाद वह रिंकू के साथ शादी कर दूसरे शहर में बसना चाहती थी। इस साजिश को अंजाम देने के लिए दोनों ने संजय की हत्या की योजना बनाई और उसे बेरहमी से अंजाम दिया।
चार मई की शाम को संजय का शव गांव मवई की सड़क किनारे पड़ा मिला। उनके सिर पर गहरी चोट के निशान थे और पास ही रक्तरंजित कांच की बोतल बरामद हुई। जांच में पता चला कि प्रियंका के बुलंदशहर के सैदपुर निवासी रिंकू के साथ अवैध संबंध थे। रिंकू क्रॉसिंग रिपब्लिक में एक कारोबारी की कार चलाता था और प्रियंका वहां हाउसकीपिंग का काम करती थी।
दोनों की दोस्ती धीरे-धीरे प्रेम में बदल गई और प्रियंका ने रिंकू को संजय की हत्या के लिए उकसाया।तीन मई की शाम रिंकू ने संजय को फोन कर मवई बुलाया। दोनों ने साथ में शराब पी और मौका मिलते ही रिंकू ने शराब की कांच की बोतल से संजय के सिर पर ताबड़तोड़ वार कर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद रिंकू अपने किराए के कमरे में जाकर सो गया, मानो कुछ हुआ ही न हो।
कविनगर पुलिस ने 13 दिन की गहन जांच के बाद इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझा ली। एसीपी कविनगर स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि संजय की गुमशुदगी की रिपोर्ट क्रॉसिंग रिपब्लिक थाने में दर्ज थी। शव मिलने के बाद पुलिस ने अज्ञात हत्यारोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की। प्रियंका के मोबाइल की कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) ने इस मामले को सुलझाने में अहम भूमिका निभाई।पुलिस को एक नंबर मिला, जिस पर प्रियंका दिन में 30 से 40 बार कॉल करती थी।
यह नंबर रिंकू का निकला। पूछताछ में रिंकू ने प्रियंका के कहने पर हत्या की बात कबूल कर ली। कॉल रिकॉर्डिंग से यह भी पता चला कि हत्या के बाद प्रियंका ने रिंकू से फोन पर पुष्टि मांगी कि संजय मर चुका है या बेहोश है। रिंकू ने घटनास्थल पर दोबारा जाकर मौत की पुष्टि की।
मसंजय और प्रियंका के दो बच्चे, अवनी (7) और मयंक उर्फ मुक्कू (4), अब अपनी दादी की देखरेख में हैं। थाना कविनगर पहुंचे दोनों पक्षों के परिजनों के बीच तनाव देखा गया। संजय के परिजनों ने प्रियंका पर गुस्सा जाहिर करते हुए उसे रिश्ते को कलंकित करने वाली बताया। हालांकि, पुलिस ने दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर शांत किया।
हैरानी की बात यह है कि हत्या के बाद भी रिंकू संजय के घर आता-जाता रहा और परिजनों को सांत्वना देता रहा। उसकी इस ढोंग ने शुरू में पुलिस को भी गुमराह किया। लेकिन नए सिम और कॉल डिटेल ने उसकी पोल खोल दी।
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