गाजियाबाद वाईबीएन संवाददाता
गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन ने आरटीई के बच्चो के घर जाकर जांच करने वाले स्कूलों पर कार्यवाई की मांग।
आरटीई -दाखिले नहीं लेने वाले स्कूलों पर एफआईआर दर्ज करने के निर्देश जारी करे सरकार - जी०पी०ए०
BSA के दावे के उलट
गाजियाबाद जिले में आरटीई के दाखिलों की चयन प्रक्रिया दिसंबर माह से प्रारंभ हो चुकी है जिसके तीन चरण समाप्त हो चुके है दो चरणों के चयनित बच्चो को चयनित पत्र जारी हो चुके है शिक्षा अधिकारी और जिला प्रशासन इस बार शत प्रतिशत दाखिले कराने के दावे ठोक रहा है।
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स्कूल कर रहे है उल्लंघन
वहीं निजी स्कूल है कि जो चयनित बच्चो को दाखिला नहीं देकर शिक्षा विभाग के दावों की पोल खोल रहे है निजी स्कूलों ने आरटीई अधिनियम के नियमों का उल्लंघन कर जहा इस बार भी चयनित बच्चो के घर जाकर वेरिफिकेशन करने का खेल शुरू कर दिया वही बच्चो के अभिभावकों से तीन साल की बैंक स्टेटमेंट सहित अनावश्यक कागजात मांगने शुरू कर दिए हैं।
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गरीब बच्चों को नहीं मिल रहा उनका हक़
गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन के सचिव अनिल सिंह का कहना है कि निजी स्कूल हमारे शिक्षा अधिकारियों की सुनने के लिए तैयार ही नहीं है इस बार भी वहीं पुराना राग अलापना शुरू कर दिया है कुछ स्कूल कह रहे है कि हम मार्च में दाखिला देंगे।
कुछ स्कूलों ने तो आरटीई नियमों का उल्लंघन कर गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों के अभिभावकों के यहां अपना स्टाफ भेजकर जांच करानी शुरू कर दी है जो जहा गरीब अभिभावकों के निजिता के अधिकार का हनन है वहीं आरटीई के नियमों का उल्लंघन भी है।
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