गाजियाबाद वाईबीएन संवाददाता
बिना जांच भेजा था जेल
बेगुनाह महिला चार दिनों बाद जेल से छूटकर बाहर आई
ग़ाज़ियाबाद के लोनी बॉर्डर थाना क्षेत्र की एक कॉलोनी में सात साल की बच्ची की मौत के मामले में झूठे मुकदमें में जेल गई पड़ोसी महिला चार दिनों बाद रिहा होकर अपने घर पहुंची।
महिला के घर पहुंचने पर परिजनों में खुशी है। इससे पहले पुलिस ने महिला की रिहाई के कागजात कोर्ट में पेश किए थे।
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मुकदमे के आधार पर भेजा था जेल
एसीपी अंकुर विहार अजय कुमार ने बताया कि घटना के दौरान पड़ोसी महिला पर बच्ची के परिजनों ने मुकदमा दर्ज कराया था। पड़ोसी महिला को गैर इरादतन हत्या के आरोप में जेल भेजा गया था।
इधर जांच में बच्ची का हत्यारा पिता ही निकला।सच पता चलने पर महिला की रिहाई के कागजात कोर्ट में भिजवा दिए थे।महिला की बेटी ने बताया कि मंगलवार दोपहर मां घर वापस आ गई।
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परिवार में ख़ुशी का माहौल
उन्हें कुछ नहीं कहना उनकी मां ने कोई गलती नहीं की थी।इसलिए वह बाहर आ गईं हैं परिवार खुश है।एसीपी ने बताया कि आरोपी बच्ची के पिता के खिलाफ जल्द कोर्ट में चार्जशीट पेश की जाएगी।
सभी सबूत एकत्रित किए जा रहे हैं बता दे कि बॉर्डर थाना क्षेत्र की एक कॉलोनी में सात साल की बच्ची की मौत हुई थी, इस मामले में बच्ची के पिता ने पड़ोसी महिला द्वारा दी गई कढ़ी खाने से मौत होने का आरोप लगाया था।
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पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ था खुलासा
पुलिस ने पड़ोसी महिला को 14 मार्च को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, इस दिन रात के समय बच्ची की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई थी, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्ची की मौत दुष्कर्म के बाद गला दबाकर हत्या होना आया था, पुलिस ने बच्ची के पिता को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा किया था।