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HIT and Run-महिला को टक्कर मार 50 मीटर तक घसीटा, पुलिस ने खो दी तहरीर

लोकप्रिय विहार की रहने वाली हिना को तेज रफ्तार कार ने खोड़ा अंडरपास से थोड़ी दूर पहले टक्कर मार दी। टक्कर मारने के बाद चालक ने कार महिला के ऊपर चढ़ा दी।

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Kapil Mehra
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गाजियाबाद वाईबीएन संवाददाता 

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गाजियाबाद का खोड़ा थाना क्षेत्र, जहां तंग गलियां और व्यस्त सड़कें रोज़मर्रा की जिंदगी का हिस्सा हैं, एक बार फिर एक दिल दहलाने वाली घटना की वजह से सुर्खियों में है।

7 अप्रैल 2025 को लोकप्रिय विहार की रहने वाली हिना की जिंदगी उस वक्त छिन गई, जब एक तेज रफ्तार कार ने न केवल उन्हें टक्कर मारी, बल्कि बेरहमी से उनके ऊपर चढ़कर करीब 50 मीटर तक घसीट दिया।

लेकिन इस कहानी का सबसे दुखद पहलू यह है कि न तो मौके पर मौजूद पुलिस और ट्रैफिक कर्मी उस कार चालक को पकड़ पाए, और न ही खोड़ा पुलिस ने इस मामले में कोई गंभीरता दिखाई।

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हिना के जेठ इरफान की तहरीर तक गायब कर दी गई। आइए, इस हटकर और दर्दनाक कहानी को उसी हटकर अंदाज में जानते हैं, जिसमें गुस्सा, आंसू, और सवालों का तूफान है।

खोड़ा अंडरपास

जहां हिना की जिंदगी रौंद दी गई7 अप्रैल की दोपहर, जब खोड़ा अंडरपास के पास लोग अपने रोज़ के कामों में व्यस्त थे, तभी एक तेज रफ्तार कार ने हिना को टक्कर मार दी। हिना, जो लोकप्रिय विहार में अपने परिवार के साथ रहती थीं, उस वक्त सड़क पर थीं। टक्कर इतनी जोरदार थी कि वह सड़क पर गिर पड़ीं। लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं हुई।

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कार चालक ने न तो ब्रेक लगाया, न ही रुका। उसने कार को हिना के ऊपर चढ़ा दिया और फिर उन्हें अंडरपास के नीचे तक करीब 50 मीटर घसीटा।प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, हिना का शरीर कार के नीचे फंस गया था, और उनकी चीखें सड़क पर गूंज रही थीं। लेकिन चालक की बेरहमी ने सबको स्तब्ध कर दिया। हादसे के बाद वह कार लेकर फरार हो गया। और चौंकाने वाली बात? मौके पर मौजूद ट्रैफिक पुलिस और स्थानीय पुलिसकर्मी चालक को पकड़ने में पूरी तरह नाकाम रहे। एक स्थानीय दुकानदार ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, पुलिस वाले बस तमाशा देखते रहे। कार की स्पीड इतनी थी कि कोई पीछा करने की हिम्मत ही नहीं जुटा पाया।

पुलिस की नाकामी

तहरीर गायब, इंसाफ गायबहादसे के बाद हिना के जेठ इरफान ने खोड़ा थाने में तहरीर देकर कार चालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। लेकिन यहां कहानी और दुखद मोड़ लेती है। खोड़ा पुलिस ने न केवल इस मामले में कोई FIR दर्ज की, बल्कि इरफान की तहरीर ही गायब कर दी। इरफान ने बताया, मैंने थाने में कई चक्कर काटे, लेकिन हर बार कोई न कोई बहाना बना दिया गया।

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एक बार कहा गया कि तहरीर मिली ही नहीं, तो दूसरी बार बोला गया कि जांच चल रही है। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। यह पहली बार नहीं है जब खोड़ा पुलिस पर लापरवाही के आरोप लगे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि थाने में छोटे-मोटे मामलों में तो तुरंत कार्रवाई हो जाती है, लेकिन गंभीर मामलों में पुलिस अक्सर ढील बरतती है। एक अन्य निवासी, मोहम्मद अली, ने कहा, खोड़ा में सड़क हादसे आम हैं, लेकिन पुलिस की लापरवाही के चलते ज्यादातर मामले दबा दिए जाते हैं। 

सवाल जो गूंज रहे हैं इस हादसे ने कई सवाल खड़े किए हैं, जो न केवल खोड़ा पुलिस की कार्यशैली पर, बल्कि पूरे सिस्टम पर सवाल उठाते हैं:

पुलिस और ट्रैफिक कर्मी मौके पर थे, फिर चालक कैसे भाग गया?

हादसे के वक्त पुलिस और ट्रैफिक कर्मी मौजूद थे, लेकिन उनकी निष्क्रियता ने चालक को भागने का मौका दिया। क्या यह उनकी लापरवाही थी, या कुछ और?तहरीर गायब करना क्या भ्रष्टाचार का संकेत है?

इरफान की तहरीर का गायब होना एक गंभीर मामला है। क्या यह पुलिस की लापरवाही थी, या फिर किसी प्रभावशाली व्यक्ति के दबाव में तहरीर को दबाया गया?खोड़ा में सड़क सुरक्षा का क्या हाल है?

खोड़ा अंडरपास और आसपास की सड़कें अक्सर तेज रफ्तार वाहनों की वजह से खतरनाक बनी रहती हैं। क्या प्रशासन ने कभी इन सड़कों पर स्पीड ब्रेकर, सीसीटीवी, या ट्रैफिक कंट्रोल के लिए कोई ठोस कदम उठाया?हिना के परिवार को इंसाफ कब मिलेगा?

दस दिन में तीन बार बुलाया, तहरीर भी खोई, CCTV फुटेज भी नहीं

इरफान अहमद ने बताया कि हादसे के चार दिन बाद उन्होंने खोड़ा थाने में तहरीर दी थी। इसके बाद उन्हें करीब तीन बार पुलिस ने बुलाया और आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली, लेकिन कैमरों में हादसा कैद ही नहीं हुआ। इस दौरान पुलिस बस बार-बार जांच चलते रहने की बात कहती रही।

16 अप्रैल को पुलिस इरफान को लेकर डासना स्थित सीसीटीवी कंट्रोल रूम पहुंची। यहां पता चला कि रिकॉर्ड में फुटेज है ही नहीं। शायद जल्द पुलिस वहां जाकर देखती तब फुटेज मिल सकती थी। इस दौरान इरफान को दी हुई तहरीर पर भी पुलिस ने खो दी।

17 अप्रैल को दूसरी तहरीर लेकर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। कार चालक का अब तक कुछ पता नहीं चल सका है। यहां तक कि हादसे के समय भी ड्यूटी पर मौजूद पुलिस व ट्रैफिक कर्मी कार चालक को नहीं पकड़ सके थे।

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