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Solution: कूड़े से तैयार होगा माइक्रो प्लास्टिक, बनेंगे खिलौने और सड़के

दिल्ली एनसीआर में कूड़े का निस्तारण बड़ी समस्या है. कूड़े का निस्तारण समय से न होने पर कई बार कूड़ा एक ही स्थान पर इकट्ठा हो जाता है जिससे कि आसपास के लोगों को दुर्गंध आदि

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Syed Ali Mehndi
कूड़े के प्लास्टिक से बनेंगे खिलौने

कूड़े से बने प्लास्टिक से बनेंगे खिलौने

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गाजियाबाद वाईबीएन संवाददाता  

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दिल्ली एनसीआर में कूड़े का निस्तारण बड़ी समस्या है. कूड़े का निस्तारण समय से न होने पर कई बार कूड़ा एक ही स्थान पर इकट्ठा हो जाता है जिससे कि आसपास के लोगों को दुर्गंध आदि का सामना करना पड़ता है. गाजियाबाद में कूड़े का निस्तारण करने के लिए वेस्ट सेग्रीगेशन प्लांट लगाया गया है. वेस्ट सेग्रीगेशन प्लांट शुरू होने के बाद काफी हद तक कूड़े का निस्तारण संभव हो सकेगा. वेस्ट सेग्रीगेशन प्लांट में न सिर्फ कूड़े का निस्तारण किया जाएगा बल्कि कूड़े को सैरीगेट कर माइक्रो प्लास्टिक तैयार की जाएगी. प्लांट में तैयार हुई माइक्रो प्लास्टिक से खिलौने और सड़के बनेगी. 

16 लाख की लागत

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डासना नगर पंचायत में वेस्ट सेग्रीगेशन प्लांट लगाया गया है. फिलहाल प्लांट तैयार है. हफ्ते भर में प्लाट का संचालन शुरू होने की संभावना जताई जा रही है. ट्रिपल पी मॉडल पर वेस्ट सेग्रीगेशन प्लांट का संचालन किया जाएगा. करीब 16 लाख रुपए की लागत से जिला पंचायत राज विभाग द्वारा प्लांट लगाया गया है. प्लांट संचालन करने के लिए जिला पंचायत राज विभाग को किसी प्रकार का कोई अतिरिक्त खर्च नहीं करना होगाI

प्लांट का संरक्षण करने के लिए निजी कंपनी के साथ एमओयू साइन किया गया है. निजी कंपनी द्वारा अपने खर्चे पर प्लांट का संचालन और मेंटेनेंस की जाएगी. प्लांट से होने वाली आमदनी का 10 प्रतिशत जिला पंचायत के खाते में जाएगा. 

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8 घंटे में 1 टन प्लास्टिक

"वेस्ट सेग्रीगेशन प्लांट में ट्रामल मशीन और श्रेडर मशीन लगाई गई है. मशीनों के माध्यम से कूड़े से माइक्रो प्लास्टिक तैयार की जाएगी. मशीनों के माध्यम से 8 घंटे में तकरीबन एक टन कूड़े को प्रक्रिया कर माइक्रो प्लास्टिक तैयार की जाएगी. महीने भर में वेस्ट सेग्रीगेशन प्लांट द्वारा तकरीबन 50 टन कूड़े का निस्तारण किया जाएगा. शुरुआत में प्लांट के आसपास के क्षेत्र से गाड़ियों के माध्यम से प्लांट में कूड़ा पहुंचाया जाएगा. प्लांट की क्षमता बढ़ने पर अन्य क्षेत्रों से प्लांट में कूड़ा पहुंचाया जाएगा." अभिनव गोपाल, मुख्य विकास अधिकारी गाजियाबाद

बनेगी सड़क और खिलौने 

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बेस्ट segregation प्लांट में तैयार होने वाली माइक्रो प्लास्टिक से प्लास्टिक पॉलेट्स और प्लास्टिक बॉल्स तैयार की जाएगी. खिलौने बना बनने वाली कंपनियां प्लास्टिक पॉलेट्स और प्लास्टिक बॉल्स का खिलौने बनाने में इस्तेमाल करती हैं. रोड कंस्ट्रक्शन में भी प्लास्टिक पॉलेट्स का इस्तेमाल होता है. बाजार में प्लास्टिक पॉलेट्स 200 से ₹500 प्रति किलो तक बिकती हैं. वहीं, प्लास्टिक बॉल्स करीब 80 रुपए किलो तक बिकती हैं.
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