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Photograph: (Google)
घर में खाना बनाते वक्त पीठ पर मारी गई चार गोलियां
पुलिस के मुताबिक दीपक यादव ने अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर से बेटी की पीठ पर चार गोलियां मारीं। गोली लगते ही राधिका की मौके पर ही मौत हो गई। पिता ने परिवार से कहा कि उन्हें अपने किए पर गहरा पछतावा है। शुक्रवार दोपहर तीन डॉक्टरों के मेडिकल बोर्ड ने राधिका का पोस्टमॉर्टम किया, जिसमें डॉक्टर दीपक माथुर, डॉ. ललित चौपड़ा और डॉ. आशीष त्यागी शामिल थे। रिपोर्ट के अनुसार, राधिका को पीछे से चार गोलियां मारी गईं, जिससे अत्यधिक रक्तस्राव हुआ और उनकी मौत हो गई।
पिता के बयान और जांच में क्या सामने आया:
- दीपक यादव ने बताया कि वह गांव में लोगों के तानों से मानसिक रूप से परेशान था।
- तीन दिन से वह या तो खुद को मारने या बेटी को मारने की योजना बना रहा था।
- गुरुवार को राधिका का टेनिस अकादमी बंद न करने पर बहस हुई, जिसके बाद उसने गोली चला दी।
राधिका की सफलता और पिता की उम्मीदें
- राधिका ने 18 गोल्ड मेडल जीतकर 57 प्रतियोगिताओं में भाग लिया था।
- चोट लगने के बाद वह टेनिस नहीं खेल सकी, तो पिता ने करीब 2 करोड़ रुपये खर्च कर टेनिस अकादमी खोली।
- अकादमी अच्छा चल रही थी, लेकिन राधिका इंस्टाग्राम पर रील्स बनाने लगी, जिससे गांव में ताने मिलने लगे।
आरोपी पिता पुलिस रिमांड में
गुरुवार को गिरफ्तारी के बाद शुक्रवार को दीपक यादव को कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस को एक दिन की रिमांड मिली है, जिसमें आरोपी से हत्या की योजना, हथियार की बरामदगी और मानसिक स्थिति पर पूछताछ की जा रही है। मौके से पुलिस ने रिवॉल्वर और पांच खोल बरामद किए हैं। इस हत्याकांड ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि समाज के तानों और सोच ने एक पिता को इतना मजबूर कर दिया कि उसने अपनी ही बेटी की जान ले ली। राधिका की मौत न केवल एक परिवार की, बल्कि एक उभरती टेनिस प्रतिभा की भी क्षति है।
Radhika Murder Case