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गुरुग्राम, वाईबीएन डेस्क |राधिका यादव हत्याकांड में गुरुग्राम कोर्ट ने आरोपी दीपक यादव (राधिका यादव के पिता) को गुरुग्राम पुलिस की 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। बता दें, 10 जुलाई को गिरफ्तारी के बाद एक दिन की रिमांड पर आरोपी पिता को रखा गया था, जिसके बाद उन्हें आज कोर्ट में पेश किया गया और फिर 14 दिनों के लिए रिमांड बढ़ा दी गई है। बता दें, गुरुवार,10 जुलाई को घर में ही पिता दीपक यादव द्वारा गोली मारकर अपनी ही बेटी राधिका यादव की हत्या कर दी। इस घटना ने मानसिक तनाव, पारिवारिक असहमति और सामाजिक दबाव जैसे मुद्दों को लेकर नई बहस छेड़ दी है। पुलिस इस हत्याकांड की हर पहलू से जांच कर रही है।
बेटी की पीठ पर चार गोलियां मारीं
पुलिस के मुताबिक दीपक यादव ने अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर से बेटी की पीठ पर चार गोलियां मारीं। गोली लगते ही राधिका की मौके पर ही मौत हो गई। पिता ने परिवार से कहा कि उन्हें अपने किए पर गहरा पछतावा है। तीन डॉक्टरों के मेडिकल बोर्ड ने राधिका का पोस्टमॉर्टम किया, जिसमें डॉक्टर दीपक माथुर, डॉ. ललित चौपड़ा और डॉ. आशीष त्यागी शामिल थे। रिपोर्ट के अनुसार, राधिका को पीछे से चार गोलियां मारी गईं, जिससे अत्यधिक रक्तस्राव हुआ और उनकी मौत हो गई।
आरोपी पिता का बयान
राधिका हत्याकांड में आरोपी पिता ने कई खुलासे किए, दीपक यादव ने बताया कि वह गांव में लोगों के तानों से मानसिक रूप से परेशान था। तीन दिन से वह या तो खुद को मारने या बेटी को मारने की योजना बना रहा था। राधिका का टेनिस अकादमी बंद न करने पर बहस हुई, जिसके बाद उसने गोली चला दी।
बता दें, राधिका ने 18 गोल्ड मेडल जीतकर 57 प्रतियोगिताओं में भाग लिया था। चोट लगने के बाद वह टेनिस नहीं खेल सकी, तो पिता ने करीब 2 करोड़ रुपये खर्च कर टेनिस अकादमी खोली। अकादमी अच्छा चल रही थी, लेकिन राधिका इंस्टाग्राम पर रील्स बनाने लगी, जिससे गांव में ताने मिलने लगे।
Radhika Murder Case