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आयुर्वेद के अनुसार दूध है पोषक तत्वों का खजाना, रात में पीने से मिलता है अधिक लाभ

दूध को आयुर्वेद में सम्पूर्ण आहार माना गया है, जो शरीर को पोषण, ऊर्जा और रोगों से सुरक्षा प्रदान करता है। इसमें कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन डी और पोटैशियम भरपूर मात्रा में होते हैं, जो हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत बनाते हैं।

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YBN News
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milk Photograph: (ians)

नई दिल्ली। दूध को आयुर्वेद में सम्पूर्ण आहार माना गया है, जो शरीर को पोषण, ऊर्जा और रोगों से सुरक्षा प्रदान करता है। इसमें कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन डी और पोटैशियम भरपूर मात्रा में होते हैं, जो हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत बनाते हैं। आयुर्वेद के अनुसार, दूध पीने का सबसे अच्छा समय रात को सोने से पहले माना गया है, क्योंकि यह नींद को बेहतर बनाता है और मन को शांत करता है। गर्म दूध में हल्दी या इलायची मिलाकर पीने से पाचन सुधरता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। नियमित सेवन से शरीर में स्फूर्ति और चमक बनी रहती है।

दूध को संपूर्ण आहार और अमृततुल्य

भारत में प्राचीन समय से ही दूध को संपूर्ण आहार और अमृततुल्य माना गया है। आयुर्वेद के अनुसार दूध सिर्फ पोषण का साधन नहीं, बल्कि औषधि भी है, बशर्ते इसे सही समय, सही मात्रा और सही तरीके से लिया जाए। दूध का रस मीठा, वीर्य शीतल और विपाक मधुर होता है। गुणों में यह भारी, चिकनाई युक्त और बलवर्धक माना गया है। यह खासकर वात और पित्त दोष को शांत करता है और शरीर, मन और आत्मा तीनों को पोषण देता है।

दूध के कई लाभ

दूध के कई लाभ हैं। यह मांसपेशियों को मजबूत बनाता है, शरीर की संरचना को बनाए रखता है और दिमाग की कार्यक्षमता बढ़ाने में मदद करता है। रात में गुनगुना दूध पीने से नींद बेहतर होती है। अदरक या त्रिकटु मिलाकर लिया गया दूध पाचन में सहायक होता है। दूध में मौजूद कैल्शियम और विटामिन-डी हड्डियों को मजबूत करते हैं। यह रक्त को शुद्ध करके त्वचा पर चमक लाता है और मानसिक-शारीरिक थकान में ऊर्जा प्रदान करता है।

दूध पीने का सही समय

दूध पीनेका सही समय रात में माना गया है। सुबह खाली पेट दूध नहीं लेना चाहिए, खासकर अगर पाचन कमजोर हो। दूध के साथ खट्टे फल, नमक, मांसाहार, सोडा या दही जैसी चीजें नहीं मिलानी चाहिए क्योंकि इससे एलर्जी या त्वचा रोग जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

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हमेशा दूध को उबालकर ही पिएं

दूध को हल्का गर्म करके ही पिएं। इसमें औषधियां मिलाकर पीने से और अधिक लाभ मिलता है। हल्दी वाला दूध रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है, अश्वगंधा दूध बल और वीर्य वर्धक है, त्रिफला दूध आंखों और त्वचा के लिए फायदेमंद है, दालचीनी दूध शुगर नियंत्रण में मदद करता है, केसर दूध त्वचा और प्रजनन शक्ति बढ़ाता है और जायफल दूध नींद के लिए अच्छा है। कब्ज में दूध में एक चम्मच घी मिलाकर रात में लेने से लाभ होता है। हमेशा दूध को उबालकर ही पिएं ताकि यह पचने में आसान हो और रोगजनक बैक्टीरिया नष्ट हो जाएं। भोजन के तुरंत बाद दूध नहीं लेना चाहिए। डायबिटीज वाले लोग बिना शहद या मिश्री के लें। पाचन कमजोर हो तो हल्दी या त्रिकटु मिलाकर लें।

 (इनपुट-आईएएनएस)

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