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Frenchfries Photograph: (IANS)
नई दिल्ली, आईएएनएस। अगर आप आलू खाना पसंद करते हैं, तो उसेफ्रेंच फ्राइज के बजाय उबालकर या भूनकर खाएं। एक ताजा रिसर्च में पता चला है कि सप्ताह में 3 बार फ्रेंच फ्राइज खाने से टाइप-2 डायबिटीज का खतरा 20 प्रतिशत तक बढ़ सकता है। इस अध्ययन में 2 लाख से अधिक वयस्कों की डाइट को कई दशकों तक ट्रैक किया गया। शोध से यह साफ हुआ कि भुने, उबले या मैश किए गए आलू डायबिटीज के जोखिम को नहीं बढ़ाते।
डायबिटीज का खतरा
यह शोध ब्रिटिश मेडिकल जर्नल (बीजेएम) में प्रकाशित हुआ है और इसमें यह भी बताया गया कि यदि आलू की जगह साबुत अनाज का सेवन किया जाए, तो डायबिटीज का खतरा और कम हो सकता है।
फ्रेंच फ्राइज के सेवन
हार्वर्ड टी.एच. चान स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के प्रमुख शोधकर्ता प्रोफेसर वाल्टर विलेट ने कहा, "सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए यह संदेश सीधा और प्रभावशाली है। हमारे रोजमर्रा के खान-पान में छोटे बदलाव भी टाइप-2 डायबिटीज के खतरे पर बड़ा असर डाल सकते हैं।" उन्होंने आगे कहा, "खासकर फ्रेंच फ्राइज के सेवन को सीमित कर और साबुत अनाज जैसे हेल्दी विकल्प अपनाकर इस बीमारी के खतरे को कम किया जा सकता है।"
मैस्ड आलू की जगह साबुत अनाज
इस शोध में 2 लाख से अधिक पुरुषों और महिलाओं को शामिल किया गया था। इनकी डाइट संबंधी आदतों का 30 साल तक अध्ययन किया गया। इनमें से 22,299 प्रतिभागियों को इस दौरान डायबिटीज हुई।
अध्ययन में पाया गया कि अगर भुने, उबले या मैस्ड आलू की जगह साबुत अनाज खाया जाए, तो डायबिटीज का खतरा 4 फीसदी तक कम हो सकता है। वहीं फ्रेंच फ्राइज की जगह साबुत अनाज खाने से ये जोखिम 19 फीसदी तक घट जाता है। यहां तक कि रिफाइंड ग्रेन्स को फ्रेंच फ्राइज की जगह लेना भी डायबिटीज के खतरे को कम करता है।