वाईबीएन नेटवर्क।
टीबी (ट्यूबरकुलोसिस) एक संक्रामक बीमारी है जो हवा के माध्यम से फैलती है। इससे संक्रमित मांओं के मन में अक्सर यह सवाल उठता है कि क्या वे अपने शिशु को स्तनपान करा सकती हैं या नहीं। विशेषज्ञों के अनुसार, यदि मां का उपचार चल रहा है और वह दवाएं ले रही हैं, तो वह अपने बच्चे को स्तनपान करा सकती हैं। टीबी का संक्रमण स्तन के दूध से नहीं फैलता है, लेकिन कुछ सावधानियों का पालन करना आवश्यक है।
टीबी और स्तनपान: क्या कहती हैं गाइडलाइन्स?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की गाइडलाइन के अनुसार, टीबी से संक्रमित मांओं को भी अपने शिशु को स्तनपान कराने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, बशर्ते वे उपचाराधीन हों और आवश्यक सावधानियों का पालन करें।
मां के दूध से संक्रमण का खतरा!
मां का दूध स्वाभाविक रूप से संक्रमण मुक्त होता है। यदि मां टीबी की दवाएं नियमित रूप से ले रही हैं, तो स्तनपान के माध्यम से शिशु को संक्रमण का खतरा नहीं होता।
सावधानियां जो बरतनी चाहिए
मास्क का उपयोग: स्तनपान के दौरान मां को मास्क पहनना चाहिए ताकि सांस के माध्यम से बैक्टीरिया शिशु तक न पहुंचे।
हाथों की स्वच्छता: बच्चे को छूने से पहले और बाद में हाथ धोना आवश्यक है।
साफ-सफाई: आसपास की सतहों को नियमित रूप से साफ और संक्रमणमुक्त करें।
बीसीजी टीकाकरण का महत्व
शिशु के जन्म के तुरंत बाद बीसीजी (BCG) वैक्सीन लगवाना चाहिए, जो टीबी से बचाव में सहायक होता है।