अमृतसर, आईएएनएस।
पंजाब के अमृतसर से हिंदू तीर्थ यात्रियों का एक जत्था अटारी-बाघा बॉर्डर के रास्ते पाकिस्तान के लिए रवाना हो गया है। हिंदू तीर्थ यात्रियों का यह जत्था पाकिस्तान के श्री कटास राज मंदिर में दर्शन करेगा। दरअसल, 160 हिंदू तीर्थ यात्रियों ने पाकिस्तान जाने के लिए वीजा का आवेदन किया था, जिसमें से 144 तीर्थ यात्रियों को पाकिस्तान में कटास राज की यात्रा के लिए वीजा मिले हैं।
जाने से पहले किया गया सम्मानित
सभी तीर्थ यात्री अमृतसर के दुर्गियाना तीर्थ क्षेत्र में इकट्ठा हुए, जहां उन्हें सम्मानित भी किया गया। दुर्गियाना तीर्थ समिति के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत चावला ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि महाशिवरात्रि के मौके पर पाकिस्तान जाने वाले तीर्थ यात्रियों को कटास राज की यात्रा के लिए रवाना किया गया है।
विभिन्न राज्यों से हैं ये तीर्थ यात्री
भारत के विभिन्न राज्यों से आए लगभग 144 हिंदू तीर्थ यात्री पाकिस्तान में अपने गुरुधामों के दर्शन के लिए जा रहे हैं। पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत चावला ने कहा- मुझे लगता है कि अधिक से अधिक हिंदू तीर्थ यात्रियों को वीजा मिलना चाहिए, ताकि वे अपने गुरुओं के निवास के दर्शन कर सकें।
पांडवों ने की थी कटास राज मंदिर की स्थापना
पाकिस्तान रवाना होने से पहले तीर्थ यात्री संजीव कुमार ने आईएएनएस से बातचीत में बताया कि आज हम कटास राज की यात्रा के लिए रवाना हो रहे हैं। महाशिवरात्रि के अवसर पर हम महादेव के मंदिर के दर्शन कर पाएंगे। ऐसी मान्यता है कि महाभारत के दौरान पांडवों ने कटास राज में मंदिर की स्थापना की थी। मैं दोनों देशों की सरकारों का आभार व्यक्त करता हूं।
सीमा कालरा बोलीं- दोनों मुल्क मिल-जुलकर रहें
श्रद्धालु सीमा कालरा ने कहा कि मैं भगवान महादेव के दर्शन के लिए पाकिस्तान स्थित कटास राज के लिए रवाना हो रही हूं। मुझे बहुत खुशी है कि वहां पुराने प्राचीन मंदिर देखने को मिलेंगे। मैं दोनों देशों की सरकारों से यही अपील करूंगी कि मिल-जुलकर रहें, ताकि एक-दूसरे को जानने का मौका मिले।
2 मार्च को भारत लौटेगा जत्था
हिंदू तीर्थ यात्रियों का यह जत्था 2 मार्च को अपने गुरुधामों के दर्शन के बाद अटारी-बाघा सीमा के रास्ते भारत पहुंचेगा। इस यात्रा में पंजाब, गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और तेलंगाना के श्रद्धालु शामिल हैं।