ढाका, वाईबीएन डेस्क। Muhammad Yunus:शांति पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस को बेहद शातिर और चालाक माना जाता है। लेकिन अब शायद उनसे बांग्लादेश की सत्ता संभालें नहीं संभल रही है। ऐसा लगता है कि बांग्लादेश भी पाकिस्तान की राह पर चल निकला है। अशांत, अव्यवस्थित और तंगहाल। वह बांग्लादेश में अपना एकछत्र राज चाहते हैं। किसी की नहीं सुनते। केवल अपनी चलाते हैं। जब उनसे सही से सरकार चलाने और चुनाव कराने के लिए कहा गया तो वह माइंड गेम खेलने लगे हैं। Bangladesh | bangkok news | Bangladeshi immigrants | bangladeshi rohingyas
बांग्लादेश को कर्ज में डुबो दिया
ऐसा इमोशनल ब्लैकमेल वाला गेम, जिससे बांग्लादेशियों को ठगा जाए, जैसा वो करते आए हैं. जब से मोहम्मद यूनुस ने बांग्लादेश की कमान संभाली है, तब से बांग्लादेश का बेड़ा गर्क ही हो रहा है। अब बांग्लादेश के आर्मी चीफ ने मोहम्मद यूनुस को औकात दिखाई है। दिसंबर तक बांग्लादेश में चुनाव कराने की बात कही है। अब जैसे ही कुर्सी पर खतरा मंडराया यूनुस इमोशनल ब्लैकमेल करने में जुट गए हैं। जी हां, मोहम्मद यूनुस अब वह इस्तीफा देना चाहते हैं।
क्या इस्तीफा दे सकते हैं?
मोहम्मद यूनुस इस्तीफे पर विचार कर रहे हैं। उनका कहना है कि राजनीतिक दलों के बीच आम सहमति न बन पाने की वजह से उन्हें काम करने में दिक्कत आ रही है। मोहम्मद यूनुस के मुताबिक, ‘मैं ऐसी स्थिति में काम नहीं कर सकता, जहां मुझे बंधक बनाया जा रहा हो। सभी राजनीतिक दलों को एकजुट होकर कोई रास्ता निकालना चाहिए।’
आखिर यूनुस के मन में क्या
बांग्लादेश में छात्रों के नेतृत्व वाले नेशनल सिटीजन पार्टी (एनसीपी) के चीफ निहिद इस्लाम ने यूनुस से मुलाकात के बाद कहा कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मुहम्मद यूनुस ने इस्तीफे के बारे में सोचा है. उन्होंने कहा, ‘हम यूनुस के इस्तीफे की खबर सुन रहे हैं। इसलिए मैं उनसे इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए मिलने गया था। उन्होंने कहा कि वह इस बारे में सोच रहे हैं। उन्हें लगता है कि स्थिति ऐसी है कि वह काम नहीं कर सकते।’
क्यों इस्तीफा देने जा रहे
अब सवाल है कि आखिर मोहम्मद यूनुस इस्तीफा देने की क्यों सोच रहे? क्या सेना से डर गए या फिर उनसे बांग्लादेश संभल ही नहीं रहा? यूनुस ने यह इस्तीफे वाला दांव ऐसे वक्त में चला है, जब बांग्लादेश की सेना के मुखिया जनरल वाकर-उज-जमान ने अल्टीमेटम दे रखा है। बांग्लादेश के आर्मी चीफ जनरल वाकर-उज-जमान यूनुस को सुना हैं कि देश का भविष्य कोई गैर निर्वाचित सरकार तय नहीं करेगी। उन्होंने साफ कर दिया है कि देश में जल्द से जल्द चुनाव होने चाहिए। भविष्य एक निर्वाचित सरकार तय करे। उन्होंने चुनाव के लिए दिसंबर 2025 की डेडलाइन दी है।