/young-bharat-news/media/media_files/2025/07/28/church-attacked-in-eastern-congo-2025-07-28-08-01-04.jpg)
वाईबीएन डेस्क, नई दिल्ली। पूर्वी कांगो में चर्च पर हमला किया गया है। इस्लामिक स्टेट समर्थित विद्रोहियों द्वारा रविवार को किए गए हमले में 21 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला पूर्वी कांगो के कोमांडा स्थित कैथोलिक चर्च परिसर में रात एक बजे एलाइड डेमोक्रेटिक फोर्स (एडीएफ) के सदस्यों ने किया। कई मकानों और दुकानों को भी जला दिया। कोमांडा में नागरिक संस्था समन्वयक, डियूडोने डुरानथाबो ने एसोसिएटेड प्रेस से कहा कि 21 से अधिक लोगों को गोली मार दी गई। हमें तीन जले हुए शव मिले हैं। मकानों के जलने की भी सूचना है। तलाशी अभियान जारी है। कोमांडा स्थित इतुरी प्रांत में कांगो सेना के प्रवक्ता ने 10 लोगों की मौत की पुष्टि की है।
इस महीने इतुरी में दर्जनों लोगों की कर दी थी हत्या
इतुरी में डीआरसी सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जूल्स एनगोंगो ने बताया कि सुबह हमें पता चला कि कोमांडा से कुछ दूरी पर चर्च में हथियारबंद लोगों ने छुरे के साथ घुसपैठ की। कई लोगों की हत्या की और दुकानों में आग लगा दी। इस महीने की शुरुआत में भी इस समूह ने इतुरी में दर्जनों लोगों की हत्या कर दी थी। उसे संयुक्त राष्ट्र के एक प्रवक्ता ने खूनी संघर्ष बताया था।
इस्लामिक स्टेट समर्थित विद्रोही कौन हैं?
इस्लामिक स्टेट से जुड़े एडीएफ, युगांडा और कांगो के बीच सीमावर्ती क्षेत्र में सक्रिय विद्रोही समूह है। इन्होंने नागरिकों पर हमले किए हैं। एडीएफ का गठन 1990 के दशक के अंत में युगांडा में योवेरी मुसेवेनी के साथ असंतोष के बाद अलग-अलग समूहों द्वारा किया गया था। 2002 में युगांडा की सेनाओं द्वारा सैन्य हमलों के बाद इस समूह ने अपनी गतिविधियां पड़ोसी डीआरसी में स्थानांतरित कर दीं। तब से यह हजारों नागरिकों की हत्या कर चुका है। 2019 में इसने इस्लामिक स्टेट के प्रति निष्ठा की शपथ ली थी। एडीएफ का नेतृत्व पूर्वी अफ्रीकी देश में एक इस्लामी सरकार की कल्पना करता है।
Anti-Terrorism Squad | global terrorism | global terrorism news