/young-bharat-news/media/media_files/2025/07/03/india-us-trade-2025-07-03-12-35-31.jpg)
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। भारत और अमेरिका एक अंतरिम व्यापार समझौते (Interim Trade Deal) की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं, जिससे प्रस्तावित टैरिफ को घटाकर 20% से कम किया जा सकता है। यह समझौता भारत को क्षेत्र के अन्य देशों की तुलना में अधिक अनुकूल स्थिति में लाएगा। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक भारत को इस सप्ताह टैरिफ वृद्धि की औपचारिक सूचना मिलने की संभावना नहीं है, जबकि अन्य कई देशों पर अचानक 50% तक का टैरिफ लगाया गया है। भारत और अमेरिका के बीच यह अंतरिम समझौता दोनों पक्षों को आगे विस्तृत समझौते के लिए बातचीत जारी रखने का अवसर देगा।
अमेरिका ने लगाया था 26% टैरिफ
प्रस्तावित समझौते में मौजूदा 26% टैरिफ को घटाकर 20% से नीचे लाया जा सकता है, जिसमें भविष्य में संशोधन की संभावनाएं भी शामिल हैं। हालांकि, समझौते की सटीक समय-सीमा अभी तय नहीं है। यदि यह समझौता फाइनल होता है, तो भारत उन चुनिंदा देशों में शामिल हो सकता है जिन्होंने ट्रंप प्रशासन के साथ व्यापारिक समझौते किए हैं। दूसरी ओर, वियतनाम जैसे देशों पर 20% टैरिफ लागू कर दिया गया है, जबकि लाओस और म्यांमार पर यह दर 40% तक पहुंच गई है। भारत वियतनाम से बेहतर डील की मांग कर रहा है, और उसने अमेरिका के साथ अपनी अंतिम पेशकश भी कर दी है, जिसमें कुछ मुद्दों पर स्पष्ट "नो-नेगोशिएशन" की स्थिति बताई गई है। भारत का एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल जल्द ही वॉशिंगटन यात्रा कर सकता है ताकि इस समझौते पर आखिरी मुहर लगाई जा सके।
ये है विवाद के मुख्य मुद्दे
- GM फसलों की अनुमति: अमेरिका चाहता है कि भारत जेनेटिकली मोडिफाइड फसलों की अनुमति दे, जिसका भारत विरोध कर रहा है।
- एग्रीकल्चर और फार्मा सेक्टर: कृषि में गैर-टैरिफ बाधाएं और दवा उद्योग में रेगुलेटरी समस्याएं भी चर्चित मुद्दे हैं।
- BRICS सदस्यता: ट्रंप प्रशासन भारत की BRICS भागीदारी को लेकर अतिरिक्त टैरिफ लगाने की संभावना भी जता चुका है।
donald trump tariff | donald trump tariffs | Trump tariff | trump tariff announcement 2025 | trump tariff brics | India US Trade Deal