नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि America पर India का प्रभावी Tariff केवल 7 से 8 प्रतिशत के आसपास है, जो अधिक नहीं माना जा सकता। उन्होंने अमेरिका के साथ जारी व्यापार समझौता वार्ता पर टिप्पणी करने से इनकार किया, लेकिन यह जरूर कहा कि भारत उन देशों के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौते करने के लिए आश्वस्त है, जो निष्पक्ष और पारदर्शी व्यापार नीतियों का पालन करते हैं। इसके साथ ही पीयूष गोयल ने व्यापारिक नीतियों को लेकर China पर हमला बोला।
चीन की अनुचित व्यापार नीतियां जिम्मेदार
पीयूष गोयल ने वैश्विक व्यापार में मौजूदा अस्थिरता के लिए चीन की अनुचित व्यापार नीतियों को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने स्पष्ट किया कि चीनी इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी BYD को वर्तमान समय में भारत में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि हम वैश्वीकरण के अंत के दौर में नहीं, बल्कि पुनर्वैश्वीकरण के दौर में हैं, जहां साफ-सुथरी और निष्पक्ष व्यापार नीति अपनाने वाले देशों के साथ साझेदारी भारत के लिए बेहतर अवसर ला सकती है।
डंपिंग सुरक्षा के लिए हैं भारत के टैरिफ
अमेरिकी टैरिफ को लेकर पीयूष गोयल ने बताया कि भारत द्वारा लगाए गए टैरिफ मुख्यतः अनुचित व्यापारिक प्रथाओं और डंपिंग से सुरक्षा के लिए हैं। हालांकि भारत का कुल टैरिफ करीब 17 प्रतिशत है, लेकिन इसका एक बड़ा हिस्सा उन वस्तुओं पर है जिन्हें भारत आयात नहीं करता, इसीलिए प्रभावी टैरिफ करीब 7-8 प्रतिशत रह जाता है।
कम टैरिफ वाले देशों को कैसे रोकेगा अमेरिका
केंद्रीय वाणिज्य मंत्री ने सवाल उठाया कि अमेरिका उन उत्पादों पर टैरिफ कैसे लागू करेगा जो कम टैरिफ वाले देशों के माध्यम से होकर आते हैं। उन्होंने उदाहरण दिया कि ट्रंप के पहले कार्यकाल में जब चीन पर ऊंचा टैरिफ लगाया गया था, तब वियतनाम को माध्यम बनाकर चीनी माल अमेरिका पहुंचा।