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तेहरान /दोहा, वाईबीएन। दक्षिण पूर्व एशिया में भारी तनाव के बीच ईरान की परमाणु ऊर्जा एजेंसी (AEOI)ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस दावे को खारिज कर दिया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि ईरान अब कभी न्यूक्लियर वैपन नहीं बना पाएगा। AEOIने कहा है कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम बिना किसी बाधा के फिर से शुरू होगा और हम यूरेनियम संवर्धन को फिर से शुरू करने के लिए तैयार हैं। उधर, कतर ने गल्फ कॉपरेशन काउंसिल की इमरजेंसी मीटिंग बुलाई गई है, जिसमें शामिल होने के लिए सऊदी अरब के विदेश मंत्री कतर की राजधानी दोहा पहुंच चुके हैं।
ईरान जारी रखेगा अपना परमाणु कार्यक्रम
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पोस्ट ट्रूथ में लिखा था कि ईरान में तबाही मचाने के बाद B-2 बॉम्बर्स वापस अमेरिका लौट आए हैं। उन्होंने कहा कि महान B-2 पायलट अभी-अभी मिसौरी में सुरक्षित रूप से लैंड किए हैं। इसके साथ ही उन्होंने ईरान में सत्ता परिवर्तन को लेकर बड़ा दावा किया है। ट्रंप ने कहा कि अमेरिकी हमले में ईरान के तीनों परमाणु संवर्धन सेंटर पूरी तरह तबाह हो गए हैं। इसी बीच ईरान की परमाणु ऊर्जा एजेंसी (AEOI)ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस दावे को खारिज कर दिया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि ईरान अब कभी न्यूक्लियर वैपन नहीं बना पाएगा। एजेंसी ने दावा किया है कि हम उस पर लगातार काम करते रहेंगे।
कतर ने बुलाई GCC की इमरजेंसी मीटिंग
उधर, दोहा में अमेरिकी एयरबेस पर हमले के बाद कतर ने GCC की इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है। उल्लेखनीय है कि ईरान ने बीते कल कतर में मौजूद अमेरिकी एयरबेस अल उदैद पर मिसाइलें दागीं थी, जिसके बाद खाड़ी देशों ने इस ईरान के इस हमले की निंदा की। अब इसको लेकर गल्फ कॉपरेशन काउंसिल की इमरजेंसी मीटिंग बुलाई गई है, जिसमें शामिल होने के लिए सऊदी अरब के विदेश मंत्री कतर की राजधानी दोहा पहुंच चुके हैं।
ईरान नहीं तोडे़गा सीजफायर
इजरायल से सीजफायर के बीच ईरान के राष्ट्रपति पेजेशकियान ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि ईरान सीजफायर नहीं तोड़ेगा, लेकिन इजरायल ने सीजफायर तोड़ा तो मुंहतोड़ जवाब देंगे। ईरान ने युद्ध विराम का उल्लंघन करने से इनकार किया है। ईरान की सरकारी मीडिया ने मंगलवार को कहा कि सीजफायर लागू होने के बाद इजरायल की तरफ कोई मिसाइल नहीं दागी गई।
मैं ईरान में सत्ता परिवर्तन नहीं चाहता। सत्ता परिवर्तन बहुत अराजकता लेकर आता है। “ईरान के पास बहुत तेल है।” वो बहुत बेहतर कर सकता है।
— Umashankar Singh उमाशंकर सिंह (@umashankarsingh) June 24, 2025
ट्रंप pic.twitter.com/P6Mc3SvEFW
ट्रंप बोले- ईरान और इजराइल दोनों ने संघर्ष विराम का उल्लंघन किया
ईरान पर एयरस्ट्राइक के बाद अमेरिका ने मिडिल ईस्ट के कई देशों से अपने नागरिकों को निकलने के लिए कहा है। ईरान की न्यूक्लियर साइट्स पर बम गिराने के बाद जो हालात बने हैं, उसके बाद अमेरिका ने लेबनान, सीरिया, कतर, जॉर्डन समेत कई देशों में अपने दूतावासों के जरिए एडवाइजरी जारी की है।
अमेरिका ने जारी किया राष्ट्रीय बुलेटिन
अमेरिका के गृह सुरक्षा विभाग की ओर से एक राष्ट्रीय बुलेटिन जारी किया गया, जिसमें ईरानी परमाणु स्थलों पर अमेरिकी हमलों के बाद संभावित साइबर हमलों और हिंसा की आशंका जताई गई है. इसमें यहूदी विरोधी घृणा अपराध भी शामिल है। बुलेटिन में कहा गया है कि पूरे गर्मियों के दौरान पूरे अमेरिका में खतरे का माहौल बने रहने की उम्मीद है।
UNSC में किस देश ने क्या-क्या कहा?
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में अमेरिका की एयरस्ट्राइक के समर्थन में यूनाइटेड किंगडम और इजरायल ने कहा कि ईरान के पास परमाणु हथियार नहीं हो सकते. इजरायल ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को धन्यवाद देते हुए कहा कि जब बाकी देश हिचकिचा रहे थे, तब ट्रंप ने कार्रवाई की. जबकि ईरान के समर्थन में रूस, चीन और पाकिस्तान ने अमेरिका की एयरस्ट्राइक की निंदा की। रूस ने कहा कि अमेरिका के इस हमले ने 'भानुमती का पिटारा' खोल दिया है और कोई नहीं जानता कि यह क्या नई आपदाएं लेकर आएगा।
#WATCH अनंतनाग (जम्मू-कश्मीर): ईरान-इजरायल के बीच सीजफायर पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने कहा, "अगर सीजफायर हुआ है तो मैं अल्लाह का शुक्रगुजार हूं। किसी ने घुटने नहीं टेके, न ईरान ने, न अमेरिका ने... अगर ये चलता रहता तो पूरी दुनिया पर इसका असर पड़ता। ये अमेरिका… pic.twitter.com/mmmRknbL50
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 24, 2025
अल्लाह का शुक्रगुजार हूंः फारुख
अनंतनाग (जम्मू-कश्मीर): ईरान-इजरायल के बीच सीजफायर पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने कहा, "अगर सीजफायर हुआ है तो मैं अल्लाह का शुक्रगुजार हूं। किसी ने घुटने नहीं टेके, न ईरान ने, न अमेरिका ने... अगर ये चलता रहता तो पूरी दुनिया पर इसका असर पड़ता। ये अमेरिका पर दुनिया का दबाव है कि इसे बंद करो।"
पाकिस्तान ईरान का समर्थन करेगा
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मंगलवार को सभी मंचों पर ईरान का समर्थन करने की प्रतिबद्धता जताई और सऊदी अरब तथा कतर के राजनयिकों के साथ पश्चिम एशिया में तेजी से बदल रहे हालात पर चर्चा की। यहां एक सरकारी बयान में कहा गया कि पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति के लिए खतरा बने बढ़ते तनाव पर गहरी चिंता जताई। प्रधानमंत्री शरीफ ने सभी मंचों पर ईरान का समर्थन करने की प्रतिबद्धता जताई। इसके पहले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजराइल-ईरान युद्ध को समाप्त करने के लिए युद्धविराम की घोषणा की थी।
पश्चिम एशिया में तेजी से बदल रहे हालात
आधिकारिक बयान के अनुसार, ईरानी नेता मसूद पेजेशकियान के साथ टेलीफोन पर बातचीत के दौरान शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान पश्चिम एशिया में तेजी से बदल रहे हालात पर करीबी नजर रख रहा है। उन्होंने बातचीत और कूटनीति के जरिए शांति बहाल करने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद और इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) सहित सभी राजनयिक मंचों पर ईरान के लिए पाकिस्तान के समर्थन को दोहराया, साथ ही सभी पक्षों से अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर सिद्धांतों का पालन करने का आह्वान किया।
पाकिस्तान पीएन ने सऊदी अरब व कतर के राजनयिकों से की चर्चा
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पश्चिम एशिया में तेजी से बदलते हालात पर सऊदी अरब और कतर के राजनयिकों के साथ चर्चा की। पाकिस्तान ने मंगलवार को पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव को लेकर गहरी चिंता जताई। शरीफ ने सऊदी अरब के साथ पाकिस्तान की अटूट एकजुटता की पुष्टि की और एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि उन्होंने सऊदी अरब के राजनयिक नवाफ बिन सईद अल मलकी से मुलाकात की और पश्चिम एशिया में तेजी से बदलते हालात पर चर्चा की। उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘पाकिस्तान बातचीत और कूटनीति के जरिए क्षेत्र में शांति के लिए सऊदी अरब के साथ मिलकर काम करना जारी रखेगा।’’ india iran | iran israel war | Iran Israel war explained | Iran Missile Attack | iran missile attack on israel | iran nuclear conflict | iran retaliation news not present in content
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