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American Report: ईरान का कुछ नहीं बिगाड़ सके ट्रंप के बम, व्हाइट हाउस का इंकार

अमेरिका द्वारा ईरान पर किए गए बम हमले से ईरान के परमाणु ठिकानों को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा है। अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट का दावा, ट्रंप का बयान भ्रामक। जानिए पूरी रिपोर्ट और व्हाइट हाउस की प्रतिक्रिया।

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Dhiraj Dhillon
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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। अमेरिका द्वारा ईरान पर किए गए हवाई हमले के बाद अब एक अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट सामने आई है। ट्रंप के दावों के विपरीत, अमेरिकी रिपोर्ट ने संकेत दिया है कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम अब भी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है।अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आगामी दिनों में अमेरिका और ईरान की रणनीति क्या मोड़ लेती है।रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इन हमलों से ईरान के परमाणु कार्यक्रम को खास नुकसान नहीं हुआ है। ईरान के यूरेनियम भंडार और सेंट्रीफ्यूजेस अब भी सुरक्षित हैं। हालांकि, व्हाइट हाउस ने इस रिपोर्ट को स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया है और इसे राष्ट्रपति ट्रंप तथा अमेरिकी वायुसेना के पायलटों के खिलाफ “अपमानजनक” और “राजनीतिक एजेंडा” से प्रेरित” बताया है।

किन ठिकानों पर हुए हमले?

अमेरिका ने ईरान के फोर्दो, नतांज और इस्फाहान स्थित परमाणु ठिकानों पर बमबारी की थी। ट्रंप ने दावा किया था कि इन हमलों में ईरान का परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया है। लेकिन डिफेंस इंटेलिजेंस एजेंसी (DIA) की रिपोर्ट के अनुसार, ये हमले सिर्फ अस्थायी तौर पर कुछ महीनों के लिए कार्यक्रम को रोक पाए हैं। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि कुछ यूरेनियम सामग्री हमले से पहले ही अन्य स्थानों पर शिफ्ट कर दी गई थी।

जानकारों की राय: कार्यक्रम अभी भी जारी है

सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार हमलों का विश्लेषण करने वाले दो विशेषज्ञों ने पुष्टि की है कि सेंट्रीफ्यूजेस अब भी मौजूद हैं, यूरेनियम स्टॉकपाइल नष्ट नहीं हुआ है। अमेरिका के हमले से ईरान को केवल कुछ महीनों की बाधा पहुंची है।

व्हाइट हाउस ने बताया “राजनीतिक हथकंडा”

व्हाइट हाउस ने इस रिपोर्ट को पूरी तरह खारिज करते हुए कहा- “30,000 पाउंड के बम जब टारगेट पर गिरते हैं, तो जो होता है वह सबको पता है। यह रिपोर्ट केवल राष्ट्रपति ट्रंप और हमारे जांबाज पायलटों को बदनाम करने की कोशिश है।” व्हाइट हाउस का यह भी कहना है कि रिपोर्ट सार्वजनिक होने से पहले राजनीतिक रूप से लीक की गई है।

कांग्रेस में पेश होंगे खुफिया अधिकारी

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ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों पर हुए हमलों की सटीक जानकारी और ग्राउंड रिपोर्ट अब अमेरिकी संसद को सौंपी जाएगी। ट्रंप प्रशासन के शीर्ष खुफिया अधिकारी कांग्रेस के सामने पेश होंगे। वे इस हमले की गोपनीय जानकारी और संभावित परिणामों को साझा करेंगे। इस बीच, ईरान और इजरायल के बीच सीजफायर लागू है, लेकिन दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण स्थिति अभी बरकरार है।

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