नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। Israel- Iran conflicts: इजरायली सरकार ने आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा है कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ पूर्ण समन्वय में ईरान के साथ द्विपक्षीय युद्धविराम के प्रस्ताव को स्वीकार करती है। साथ ही, इजरायल ने स्पष्ट किया है कि यदि युद्धविराम का उल्लंघन हुआ, तो उसका जवाब बेहद सख्ती से दिया जाएगा। इजरायली सरकार ने कहा- इजरायल राष्ट्रपति ट्रंप और अमेरिका को उनके रक्षात्मक समर्थन और ईरानी परमाणु खतरे से निपटने में भागीदारी के लिए धन्यवाद देता है। ऑपरेशन के लक्ष्यों की प्राप्ति के बाद, इजरायल राष्ट्रपति ट्रंप के समन्वय में युद्धविराम प्रस्ताव पर सहमत है।"
नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह
Israel- Iran Ceasefire: इजरायल सरकार ने नागरिकों से आग्रह किया कि वे तब तक IDF (इजरायली डिफेंस फोर्स) होम फ्रंट कमांड के दिशा-निर्देशों का पालन करते रहें। जब तक युद्धविराम के पूर्ण पालन की अच्छी तरह से पुष्टि नहीं हो जाती, सावधानी जरूरी है।इजरायल ने यह भी दोहराया कि यदि युद्धविराम की किसी भी तरह से अवहेलना होती है, तो उसका जवाब "जोरदार और निर्णायक" होगा। इजरायल ने अमेरिका और राष्ट्रपति ट्रंप को धन्यवाद देते हुए ईरान के साथ युद्धविराम को मंजूरी दी और साथ ही उल्लंघन की स्थिति में सख्त प्रतिक्रिया की चेतावनी भी जारी कर दी।
सीजफायर पर पैदा हो गया था असमंजस
Israel Iran conflict 2025: इससे पहले अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा सीजफायर का ऐलान किए जाने के कुछ घंटों बाद ही ईरान के विदेश मंत्री सैयद अब्बास अरागची ने इन दावों को खारिज कर दिया है। ट्रंप ने दावा किया था कि ईरान और इजरायल के बीच "पूर्ण और अंतिम युद्धविराम" पर सहमति बन चुकी है, जो 6 घंटे के भीतर प्रभावी होगा और 24 घंटे में औपचारिक तौर पर युद्ध समाप्त माना जाएगा। ईरानी विदेश मंत्री अरागची ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म "X" पर लिखा था- "ईरान ने बार-बार स्पष्ट किया है कि युद्ध की शुरुआत इजरायल ने की, न कि ईरान ने।