नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। Iran- US Tensions: ईरान और अमेरिका के बीच तनाव अब एक नए और खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया है। अमेरिका द्वारा शनिवार को 'ऑपरेशन मिडनाइट हैमर' के तहत ईरान के तीन भूमिगत परमाणु ठिकानों (फोर्डो, नतांज और इस्फहान) पर बमबारी के बाद, अब ईरान ने पलटवार की चेतावनी दे दी है। ईरान ने साफ कहा है कि अब मध्य-पूर्व में कोई भी अमेरिकी नागरिक या संपत्ति सुरक्षित नहीं है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान अगले एक या दो दिन में अमेरिकी सेना या उनके सैन्य अड्डों को निशाना बना सकता है। हालांकि अमेरिका ने कूटनीतिक समाधान की कोशिशें जारी रखने की बात कही है।
बी-2 बॉम्बर से तबाही, अमेरिका ने दी सफाई
इस हमले में अमेरिका ने अपने अत्याधुनिक B-2 स्टील्थ बॉम्बर विमानों का इस्तेमाल किया और हजारों किलोग्राम वजनी बमों से ईरान के भूमिगत परमाणु ठिकानों को नष्ट करने का दावा किया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बयान में कहा, "हमने यह हमला वैश्विक शांति के लिए किया है।" हालांकि ईरान का कहना है कि परमाणु कार्यक्रम को बड़ा नुकसान नहीं पहुंचा है, लेकिन इसका जवाब जरूर दिया जाएगा।
ईरान की धमकी और ट्रंप की चेतावनी
ईरानी धमकी के बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने चेतावनी दी कि अमेरिका युद्ध नहीं चाहता, लेकिन अगर ईरान ने कोई हमला किया, तो उसे बहुत ही गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। इस पूरे घटनाक्रम ने मिडिल ईस्ट में युद्ध की आशंका को और गहरा कर दिया है। रूस, चीन समेत कई देशों ने अमेरिका के इस कदम की निंदा की है, जबकि यूरोप के कुछ देशों ने कूटनीति के जरिए समाधान की बात कही है।
इजरायल के प्रधानमंत्री खुश, बोले- शक्ति से मिलेगी शांति
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी हमले का स्वागत करते हुए कहा, "शांति से पहले ताकत दिखाना जरूरी है।" बताया जा रहा है कि नेतन्याहू ने लंबे समय से ट्रंप पर दबाव बनाया हुआ था कि वह इस युद्ध में शामिल हों, क्योंकि ईरान के परमाणु ठिकाने इतने गहरे बने हैं कि इजरायल अकेले उन्हें नष्ट नहीं कर सकता था। बता दें कि
रविवार तड़के अमेरिकी युद्धक विमानों ने ईरान की जमीन पर बमबारी कर परमाणु केंद्रों को नेस्तनाबूद कर दिया। अब सबकी निगाहें ईरान के जवाबी कदम पर टिकी हैं, जो किसी भी पल बड़ा भूचाल ला सकता है।
us iran conflict | us iran war | Iran Israel conflict 2025 | iran israel war