नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। Iran- Israel War: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर पुष्टि की है कि वेस्ट एशिया (मध्य पूर्व) में युद्धविराम लागू हो चुका है और किसी भी सूरत में इसका उल्लंघन नहीं होना चाहिए। राष्ट्रपति ट्रंप ने Truth Social पर पोस्ट करते हुए लिखा- सीजफायर अब लागू हो गया है। कृपया इसका उल्लंघन न करें! इससे पहले ट्रंप ने ऐलान किया था कि इजरायल और ईरान ने एक पूर्ण और व्यापक युद्धविराम पर सहमति जता दी है, जो उस संघर्ष का अंत कर देगा जो तेहरान द्वारा अमेरिका के मध्य-पूर्वी एयरबेस पर हमलों के कुछ घंटे बाद ही हुआ। अपनी पोस्ट में ट्रंप ने कहा कि “ईरान युद्धविराम की शुरुआत करेगा और 12वें घंटे पर इजरायल भी युद्धविराम आरंभ करेगा। 24वें घंटे पर यह 12 दिन लंबा युद्ध आधिकारिक रूप से समाप्त हो जाएगा।”
कतर ने निभाई अहम भूमिका
Ceasefire: रायटर्स के अनुसार, इस शांति समझौते में कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी ने मध्यस्थता की अहम भूमिका निभाई। उन्होंने ईरानी अधिकारियों से बातचीत कर अमेरिका द्वारा प्रस्तावित युद्धविराम के लिए तेहरान की सहमति हासिल की। इससे पहले ट्रंप ने कतर के अमीर से संपर्क कर उन्हें बताया था कि इजरायल इस प्रस्ताव को मान चुका है और तेहरान को मनाने के लिए मदद मांगी। हालांकि इस घोषणा के कुछ समय बाद ही ईरान ने इजरायल पर एक और मिसाइल हमला कर दिया। टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के मुताबिक, बीरशेवा शहर में एक रिहायशी इमारत पर हमला हुआ, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हुए।
जानिए कैसे शुरू हुआ था संघर्ष?
इस पूरे संघर्ष की शुरुआत 13 जून को हुई, जब इजरायल ने "ऑपरेशन राइजिंग लायन" के तहत ईरानी सैन्य और परमाणु ठिकानों पर भारी हवाई हमले किए। जवाब में ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने 'ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस 3' शुरू किया और इजराइल के लड़ाकू विमानों के ईंधन संयंत्रों और ऊर्जा आपूर्ति केंद्रों को निशाना बनाया। तनाव तब और बढ़ गया जब अमेरिका ने रविवार तड़के "ऑपरेशन मिडनाइट हैमर" के तहत ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों पर सटीक हवाई हमले किए। इसके जवाब में ईरान ने कतर और इराक में अमेरिकी सैन्य ठिकानों, जिनमें कतर स्थित अल उदैद एयरबेस भी शामिल है, पर मिसाइलें दागीं।
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