नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
Donald Trump tariff: अमेरिकी के द्वारा भारत पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगाए जाने के बाद मोदी सरकार का पहला रिएक्शन आया है। वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने कहा है सरकार America द्वारा लगाए टैरिफ की समीक्षा कर रही है, समीक्षा के बाद अगला कदम उठाया जाएगा। उन्होंने साफ किया कि जिस तरह से अमेरिकी राष्ट्रपति donald Trump के लिए अमेरिका फर्स्ट है, उसी तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए इंडिया फर्स्ट है।
राघव चड्ढा ने दी सरकार को यह सलाह
यह बात राज्यमंत्री ने लोकसभा में आम आदमी पार्टी सांसद राघव चड्डा ने सरकार को दी गई उस सलाह के जवाब में कही है, जिसमें राघव चड्ढा ने कहा है कि अमेरिकी टैरिफ के जवाब में हमें एलन मस्क के स्टार लिंक को दी गई मंजूरी को रोक देना चाहिए। आप सांसद ने कहा कि भारत ने अमेरिका के प्रति खूब बफादारी दिखाई लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फिर भी भारत पर भारी भरकम टैरिफ थोप दिए।
SIAM ने कहा ऑटोमोबाइल पर खास असर नहीं
सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइन मैन्यूफैक्चर्स (SIAM) के महानिदेशक राजेश मेनने ने कहा है कि अमेरिकी रेसिप्रोकल टैरिफ का भारत के ऑटोमोबाइल उद्योग पर बहुत असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि ऑटोमोबाइल सेक्टर पर पहले से ही 25 प्रतिशत टैरिफ लागू है, जिसकी घोषणा डोनाल्ड 26 मार्च को ही कर चुके थे। वैसे भी ऑटोमोबाइल सेक्टर से हम अमेरिका को सीमित निर्यात करते हैं।
ट्रंप के बयान और आदेश में भी अंतर
राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत द्वारा लगाए गए
Tariff को "बहुत सख्त" बताते हुए कहा था कि भारत के प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) हाल ही में अमेरिका से गए हैं। वह मेरे बहुत अच्छे दोस्त हैं, लेकिन मैंने उनसे कहा, 'आप मेरे दोस्त हैं, लेकिन आपने हमारे साथ सही व्यवहार नहीं किया। भारत हम पर 52 प्रतिशत शुल्क लगाता है, इसलिए हम उन पर उसका आधा - 26 प्रतिशत - शुल्क लगाएंगे। हालांकि बाद में व्हाइट हाउस के आदेश में 27 प्रतिशत टैरिफ लगाए जाने की बात सामने आई है।