Trump Tariff: आशंकाओं के चलते रुपया 22 पैसे कमजोर, जानिए भारतीय बाजार पर असर
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के रेसिप्रोकल टैरिफ की घोषणा से पहले बाजार पर आशंकाओं का असर देखा गया। बुधवार को भारतीय रुपया 22 पैसे कमजोर होकर खुला।
Trump tariff: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के रेसिप्रोकल टैरिफ की घोषणा से पहले बाजार पर आशंकाओं का असर देखा गया। बुधवार को भारतीय रुपया 22 पैसे कमजोर होकर खुला। स्थानीय मुद्रा 85.68 प्रति अमेरिकी डॉलर पर खुली। हालांकि कारोबार शुरू होने पर इसने थोड़ा संभाला भी लिया। आज 85.72 पैसे प्रति अमेरिकी डॉलर पर कारोबार हुआ। बता दें कि मंगलवार को रुपये 85.46 रुपये प्रति डॉलर पर कारोबारी बंद हुआ था।
सुरक्षित निवेश की मांग बढ़ी, सोना उछला
अमेरिकी रेसिप्रोकल टैरिफ से पहले सुरक्षित निवेश की मांग बढ़ने से सोने की कीमतों में उछाल दर्ज किया गया है। बुधवार को सोने की कीमतों में बढ़ोतरी जारी रही, पिछले सत्र के रिकॉर्ड उच्च स्तर के बाद, क्योंकि निवेशकों ने अमेरिकी जवाबी टैरिफ के संभावित प्रभाव के मद्देनजर सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की ओर रुख किया। स्पॉट गोल्ड 0.7 प्रतिशत बढ़कर 3,131.25 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया मंगलवार को बुलियन ने 3,148.88 डॉलर का अब तक का उच्चतम स्तर छुआ था।
अमेरिकी भी सोना बढ़त पर
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिकी कंपनीमेटल्स फोकस के प्रबंध निदेशक फिलिप न्यूमैन ने कहा, " सोने की कीमतों में लगातार रिकॉर्ड ऊंचाई का मुख्य कारण सुरक्षित निवेश की बढ़ती मांग है। यह भू-राजनीतिक अनिश्चितता के कारण हो रहा है। सोने के दामों में कमी के संकेत अभी नहीं दिख रहे हैं।"उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका में आर्थिक मंदी, संभावित महंगाई बढ़ोतरी और ब्याज दरों में कटौती की संभावना से सोना अगले कुछ महीनों में 3,300 डॉलर तक पहुंच सकता है।
ट्रंप की घोषणा से पहले पूरी दुनिया में उथल- पुथल
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की रेसिप्रोकल टैरिफ घोषणा से पहले पूरी दुनिया में उथल पुथल का माहौल है। टैरिफ की घोषणा होते ही वे तुरंत प्रभाव में आ जाएंगे। टैरिफ की घोषणा से पहले, व्हाइट हाउस ने अमेरिका के कृषि उत्पादों पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाने के लिए भारत की आलोचना की है। साथ ही यूरोपीय संघ, जापान और कनाडा के टैरिफ पर भी अमेरिकी राष्ट्रपति की प्रतिक्रिया आई है। हालांकि ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में कहा गया है कि व्हाइट हाउस ने अब तक टैरिफ योजना पर अंतिम निर्णय नहीं लिया है।