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काठमांडू, वाईबीएन डेस्क: नेपाल में जारी राजनीतिक अस्थिरता और जनरेशन-Z के विरोध प्रदर्शनों के बीच पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की को अंतरिम प्रधानमंत्री बनाए जाने की चर्चाएं तेज हो गई हैं। हालांकि इस प्रस्ताव पर स्थानीय जनता की राय बंटी हुई है कई लोग इसे अस्वीकार कर रहे हैं और नई पीढ़ी के नेताओं को मौका देने की मांग कर रहे हैं।
स्थानीय नागरिकों की मिली-जुली प्रतिक्रिया
आईएएनएस से बातचीत में एक स्थानीय नागरिक ने कहा कि सुशीला कार्की प्रधानमंत्री नहीं बन सकतीं क्योंकि वह पहले विवादों में रह चुकी हैं। जनता उन्हें पसंद नहीं करती। देश को नई दिशा देने के लिए बालेंद्र शाह जैसे युवा नेताओं की ज़रूरत है। इसी तरह, एक अन्य नागरिक ने भी कार्की के नाम पर असहमति जताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री पद के लिए किसी युवा नेता को चुना जाना चाहिए, जो मौजूदा समस्याओं को समझ सके और जनता के साथ खड़ा हो। हालांकि, कुछ नागरिकों ने यह भी कहा कि व्यक्ति से अधिक महत्वपूर्ण देशहित है। एक नागरिक ने कहा कि हमें इस समय देश को प्राथमिकता देनी चाहिए। जो भी प्रधानमंत्री बने, वह ऐसा फैसला ले जिससे जनता को फायदा हो।
बालेंद्र शाह ने की संयम बरतने की अपील
काठमांडू के मेयर और रैपर से राजनेता बने बालेंद्र शाह ने मौजूदा हालात पर प्रतिक्रिया देते हुए जनता से शांति और धैर्य बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा कि नेपाल एक अभूतपूर्व राजनीतिक दौर से गुजर रहा है और इस समय एक कार्यवाहक प्रशासन का गठन ज़रूरी है जो नए चुनावों की निगरानी कर सके। बालेंद्र शाह ने सुशीला कार्की को अंतरिम प्रधानमंत्री बनाए जाने के प्रस्ताव का समर्थन किया, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि युवाओं को फिलहाल नेतृत्व के लिए जल्दबाज़ी नहीं करनी चाहिए।
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