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Photograph: (साभार REUTERS)
अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में डोनाल्ड ट्रंप सोमवार को पद संभालेंगे। पद संभालने के बाद ही वह एक्शन में नजर आने वाले हैं। व्हाइट हाउस में प्रवेश करने के तुरंत बाद ट्रंप 100 से अधिक कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर करेंगे। इस बीच ट्रंप ने देश-विदेश की चुनिंदा हस्तियों को रात्रिभोज पर आमंत्रित किया। इनमें भारत के प्रमुख उद्योगपति रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी और रिलायंस फाउंडेशन की चेयरपर्सन नीता अंबानी वाशिंगटन डीसी में नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के डिनर में सम्मिलित हुए। इस दौरान दोनों ने उनके साथ तस्वीरें भी खिंचवाईं। भारत के प्रतिनिधि के तौर पर विदेश मंत्री एस जयशंकर हिस्सा लेंगे।
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चुनावी वादों को पूरा करेंगे
कार्यकारी आदेशों का मुख्य उद्देश्य चुनावी वादों को पूरा करना है। ट्रंप के करीबी सहयोगियों में से एक स्टीफन मिलर के अनुसार इसमें मुख्य रूप से पांच विषय शामिल होंगे। दक्षिणी सीमा को सील करना, सामूहिक निर्वासन, महिलाओं के खेल से ट्रांसजेंडर लोगों को रोकना, ऊर्जा अन्वेषण पर प्रतिबंध हटाना और सरकारी दक्षता में सुधार करना। कार्यकारी आदेशों में उनके समर्थकों को माफ करने की उम्मीद है, जिन्हें चार साल पहले छह जनवरी को कैपिटल हिल हमले में उनकी भूमिका के लिए गिरफ्तार किया गया था। व्हाइट हाउस का ओवल ऑफिस डेस्क पर ये उनका इंतजार कर रहे हैं, जिसे उनकी टीम ने दूसरे कार्यकाल की शुरुआत के लिए तैयार कर रखा है। सोमवार को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में विदेश मंत्री एस जयशंकर भारत सरकार का प्रतिनिधित्व करेंगे।
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अधिक अनुभव के साथ लौटेंगे ट्रंप
डेढ़ साल से चल रहे इसरायल हमास युद्ध के सीजफायर के बीच ट्रंप दूसरी बार शपथ ग्रहण करेंगे। वे इसे अपनी उपलब्धि के तौर पर देख रहे हैं। इस बार उनके पास पिछले कार्यकाल से अधिक का अनुभव है। उनकी टीम भी पिछले कार्यकाल से ज्यादा सशक्त है। कई टेक दिग्गजों को ट्रंप ने अपनी टीम में जगह दी है। इनमें खरबपति एलन मस्क का नाम प्रमुख है। उनकी पार्टी रिपब्लिकन दोनों सदनों में मजबूत है। यही वजह है कि ट्रंप पहले दिन से ही आक्रामक फैसले लेने को तैयार हैं। 2017 में खुद ट्रंप कहते थे कि उनके पास कोई राजनीतिक अनुभव नहीं है। मगर अब परिदृश्य बदल चुका है।
कार्यकारी आदेश क्या होते हैं ?
एक समाचार एजेंसी को दिए साक्षात्कार में डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह पहले दिन कार्यकारी कार्यों की रिकॉर्ड संख्या पर हस्ताक्षर करने की योजना बना रहे हैं। कार्यकारी आदेश राष्ट्रपति द्वारा एकतरफा जारी आदेश हैं, जो कानून की तरह शक्ति रखता है। कानून के विपरीत कार्यकारी आदेशों को कांग्रेस की मंजूरी की आवश्यकता नहीं होती। कांग्रेस उन्हें पलट नहीं सकती, लेकिन अदालत में चुनौती दी जा सकती है।
बड़े उद्योगपति रात्रिभोज में आमंत्रित
दुनिया के सबसे अमीर लोगों को रिपब्लिकन नेता के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया था। शपथ ग्रहण से पहले रात्रिभोज में अंबानी दंपती ने उद्योग जगत के नेताओं और ट्रंप के साथ तस्वीरें खिंचवाईं। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, समारोह के दौरान ट्रंप के कैबिनेट के उम्मीदवारों और निर्वाचित अधिकारियों सहित अन्य उल्लेखनीय मेहमानों के साथ मंच पर अंबानी को प्रमुख स्थान मिलने की उम्मीद है। मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग द्वारा आयोजित रात्रिभोज का आयोजन किया गया था।