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Photograph: (Google)
वॉशिंगटन/ नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क।इस्राइल और ईरान के बीच जारी सैन्य तनाव के बीच अमेरिका के डूम्सडे प्लेन यानी बोइंग E-4B नाइटवॉच की हालिया उड़ान ने वैश्विक स्तर पर गंभीर चिंताएं बढ़ा दी हैं। यह विशेष विमान अत्यधिक संकट की स्थिति में फ्लाइंग कमांड सेंटर की तरह काम करता है और इसे परमाणु हमले से भी अजेय माना जाता है। इसीलिए बोइंग E-4B की उड़ान सामान्य सैन्य गतिविधि नहीं, बल्कि एक रणनीतिक चेतावनी के रूप में देखी जा रही है। वर्तमान हालात में यह सवाल उठना लाजिमी है- क्या दुनिया किसी बड़े युद्ध की ओर बढ़ रही है?
35 घंटे तक हवा में रह सकता है 'फ्लाइंग पेंटागन'
बोइंग E-4B, जिसे ‘फ्लाइंग पेंटागन’ के नाम से भी जाना जाता है, आपात स्थिति या परमाणु युद्ध के समय अमेरिकी राष्ट्रपति और सेना के शीर्ष अधिकारियों का मोबाइल कमांड पोस्ट बनता है। यह विमान 35 घंटे तक लगातार उड़ान भर सकता है और इसकी इलेक्ट्रॉनिक सुरक्षा इतनी उन्नत है कि यह परमाणु विस्फोट से भी सुरक्षित रहता है।
अमेरिका के युद्ध में कूदने का संकेत?
अमेरिका की ओर से इस डूम्सडे विमान की उड़ान को इस्राइल-ईरान जंग में संभावित अमेरिकी दखल के संकेत के रूप में देखा जा रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, यह विमान मंगलवार शाम 6 बजे लुइसियाना के बॉसियर सिटी से रवाना हुआ और रात 10 बजे के बाद वाशिंगटन डीसी के पास एंड्रयू एयरबेस पर उतरा। उड़ान के दौरान इसने वर्जीनिया और उत्तरी कैरोलिना की सीमा और तटीय इलाकों का चक्कर लगाया, जिसे असामान्य माना जा रहा है।
पहली बार इस्तेमाल हुआ 'ऑर्डर01' सीक्रेट कोड
सूत्रों के अनुसार, इस बार विमान के साथ ऑर्डर01 नामक सीक्रेट कोड का भी इस्तेमाल किया गया है। यह कोड पहले कभी सार्वजनिक उड़ानों में उपयोग नहीं हुआ था। माना जा रहा है कि यह कोड किसी बड़ी सैन्य रणनीति या आपात स्थिति की तैयारी का संकेत हो सकता है। इस बीच, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान से "बिना शर्त आत्मसमर्पण" की मांग करते हुए इस्राइल को पूर्ण समर्थन देने की बात कही है।
9/11 से लेकर प्राकृतिक आपदाओं तक रहा है सक्रिय
यह विमान संकट के समय पहले भी इस्तेमाल में आ चुका है। 9/11 आतंकी हमलों के दौरान तत्कालीन राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश इसी विमान में सवार होकर अमेरिकी सेना की कमान संभालते रहे थे। वर्ष 1995 में आए तूफान ओपल के दौरान भी फेमा टीम को इसी विमान से भेजा गया था।
क्या यह वैश्विक युद्ध की शुरुआत का संकेत?
अमेरिकी डूम्सडे प्लेन की उड़ान को लेकर विशेषज्ञों का मानना है कि यह किसी बड़े संकट की आहट हो सकती है। यदि अमेरिका, इस्राइल के साथ मिलकर ईरान पर सैन्य कार्रवाई करता है, तो यह टकराव पश्चिम एशिया से बाहर निकलकर वैश्विक युद्ध का रूप भी ले सकता है।
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