नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। Iran- US Confrontation: ईरान के परमाणु ठिकानों पर अमेरिकी हमले के खिलाफ अमेरिका के कई प्रमुख शहरों में भारी विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। न्यूयॉर्क, वॉशिंगटन डीसी, बोस्टन, शिकागो और लॉस एंजेलेस में रविवार को हजारों लोग सड़कों पर उतर आए। ये प्रदर्शन ईरान पर अमेरिकी हमले के खिलाफ हो रहे हैं। इसके साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी है कि यदि ईरान ने इजराइल के खिलाफ अपनी कार्रवाई नहीं रोकी तो और भी हमले होंगे।
व्हाइट हाउस के बाहर 200 से अधिक लोगों ने किया प्रदर्शन
Iran- Us Confrontation: वॉशिंगटन डीसी में व्हाइट हाउस के बाहर करीब 200 प्रदर्शनकारियों ने "नो वॉर विद ईरान" लिखे पोस्टर लेकर विरोध जताया। इनमें कई पूर्व सैनिक भी शामिल थे। इसी बीच, अमेरिकी प्रशासन ने देशभर में सुरक्षा बढ़ा दी है। खासकर न्यूयॉर्क और वॉशिंगटन में संवेदनशील क्षेत्रों में हाई अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही न्यूयॉर्क में टाइम्स स्क्वायर से कोलंबस सर्कल तक सैकड़ों लोगों ने मार्च किया। प्रदर्शनकारियों के हाथों में "हैंड्स ऑफ ईरान", "मिडिल ईस्ट में नया युद्ध नहीं चाहिए" जैसे नारों वाले बैनर थे।
बोले- अमेरिकी कार्रवाई युद्ध की शुरूआत
America's entry in Iran-Israel War: प्रदर्शनकारियों ने अमेरिका की कार्रवाई को “युद्ध की शुरुआत” बताया और कहा कि यह किसी भी तरह की राजनयिक पहल को खत्म कर देगा। एक स्थानीय प्रदर्शनकारी यवेट फेलारका ने कहा, "यह सिर्फ ट्रंप के बम गिराने का मामला नहीं है। यह तीसरे विश्व युद्ध की शुरुआत हो सकती है, जो परमाणु रूप ले सकता है।" "बाय एनी मीन्स नेसेसरी (BAMN)" संगठन की प्रतिनिधि फेलारका ने ट्रंप को 'कमजोर और खतरनाक' बताया। वहीं, "पार्टी फॉर सोशलिज्म एंड लिबरेशन" के आयोजक शॉन ब्लैकमोन ने कहा, "डेमोक्रेट्स भी इस युद्ध के खिलाफ खुलकर आवाज नहीं उठा रहे।"
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