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US Trade War: Donald Trump का 'टैरिफ वार' क्या उल्टा पड़ेगा, अपने फैसले से अमेरिका को कर देंगे बर्बाद?

US Trade War: एक तरफ अमेरिका पहले से ही आर्थिक संकट से गुजर रहा है, ट्रंप अमेरिका फस्ट का नारा देकर सत्ता में आए थे, ऐसा लग रहा था कि वो अमेरिका में आर्थिक सुधार के लिए बड़े कदम उठाएंगे और हुआ भी यही, ट्रंप ने बड़े फैसले लिए।

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Kamal K Singh
TRUMP AMERICA TRADING

नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क

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डोनाल्ड ट्रंप सत्ता संभालते ही कई बड़े फैसले ले रहे हैं, शायद इसके पीछे उनकी मंशा "अमेरिका फर्स्ट" है। लेकिन उनके फैसले अमेरिका के लिए सही संकेत देते नहीं दिख रहे हैं, ट्रंप विश्व राजनीति में खुद को अलग-थलग करते दिख रहे हैं। क्या अमेरिका के भविष्य के लिए यह सही है कि अपने फैसलों से अपने ही दोस्तों को अपने खिलाफ कर लें?

एक तरफ अमेरिका पहले से ही आर्थिक संकट से गुजर रहा है, ट्रंप अमेरिका फास्ट का नारा देकर सत्ता में आए थे, ऐसा लग रहा था कि वो अमेरिका में आर्थिक सुधार के लिए बड़े कदम उठाएंगे और हुआ भी यही, ट्रंप ने बड़े फैसले लिए। लेकिन उन्होंने हर फैसले में किसी न किसी देश को निशाने पर लिया है, वहीं ट्रंप के फैसले से सबसे ज्यादा प्रभावित चीन ही नजर आ रहा है। बात करें ट्रंप की तो अब तक कुछ ऐसे फैसले ट्रंप ने लिए हैं जो उन्हें दुनिया में अलग-थलग कर सकते हैं। 

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चीन, कनाडा, मैक्सिको पर टैरिफ

सत्ता संभालने के 15 दिन के भीतर ही ट्रंप ने चीन, अमेरिका, मैक्सिको पर टैरिफ लगा दिया है, जिससे दुनिया के सभी आर्थिक विशेषज्ञ हैरान हैं। कई विशेषज्ञ इसे मूर्खतापूर्ण कदम बता रहे हैं। 'वॉल स्ट्रीट जर्नल' में छपे एक लेख में राष्ट्रपति ट्रंप की टैरिफ लगाने की रणनीति को 'इतिहास का सबसे मूर्खतापूर्ण व्यापार युद्ध' बताया गया है।

आपको बता दें कि ट्रंप ने कनाडा और मैक्सिको पर 25% और चीन पर 10% टैरिफ लगाने का फैसला किया है। इतना ही नहीं, कनाडा से अमेरिका आने वाले ईंधन पर भी 10% टैरिफ लगाया गया है। ट्रंप का दावा है कि इस नीति से अवैध अप्रवास, व्यापार घाटा और अवैध ड्रग्स की समस्या पर लगाम लगेगी। हालांकि, कई आर्थिक विशेषज्ञ इसे आत्मघाती कदम बता रहे हैं।

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ट्रंप ने अपने पिछले कार्यकाल की नीतियों को आगे बढ़ाने के साथ ही अपने चुनावी वादों पर काम करना शुरू कर दिया है। उन्होंने 1.4 ट्रिलियन डॉलर के आयातित सामानों पर टैरिफ लगाने का प्रस्ताव रखा है, जो उनके पिछले कार्यकाल से तीन गुना ज़्यादा है। हालात पहले से अलग हैं और विशेषज्ञों का मानना ​​है कि इससे अमेरिका में महंगाई और बेरोज़गारी बढ़ सकती है।

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यह फैसला तबाही की ओर ले जा रहा है

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पीटरसन इंस्टीट्यूट फॉर इंटरनेशनल इकोनॉमिक्स वरिष्ठ फेलो मैरी लवली का कहना है कि यह अब तक का सबसे बड़ा आत्मघाती फैसला हो सकता है। उन्होंने चेतावनी दी कि इस फैसले से अमेरिकी अर्थव्यवस्था की रफ़्तार धीमी पड़ सकती है, इतना ही नहीं, पूरे देश में महंगाई आसमान छू सकती है, इसकी कीमत आम लोगों को चुकानी पड़ेगी। इसके अलावा वॉल स्ट्रीट जर्नल में छपे एक लेख में ट्रंप की टैरिफ रणनीति को "इतिहास का सबसे बेवकूफाना व्यापार युद्ध" करार दिया गया है। लेख में आशंका जताई गई है कि कनाडा और मैक्सिको के खिलाफ टैरिफ लगाने की रणनीति विनाशकारी साबित हो सकती है।

यूरोपीय संघ को भी धमकी

ट्रंप अमेरिकी संघ पर भी टैरिफ लगाने की बात कर रहे हैं, उनका कहना है कि वे जल्द ही यूरोपीय संघ पर भी टैरिफ लगाएंगे। ट्रंप ने कहा

"यूरोपीय संघ ने हमारा फायदा उठाया है और हम जल्द ही इसका बदला लेंगे। मैं यह नहीं कहूंगा कि इसके लिए कोई समय सीमा है, लेकिन टैरिफ बहुत जल्द लगाए जाएंगे।"

ट्रंप पहले ही यूरोपीय संघ को इसके लिए धमकी दे चुके हैं। और पिछले शुक्रवार को उन्होंने कहा कि वे जल्द ही यूरोपीय संघ पर अपना टैरिफ कार्यान्वयन कार्यक्रम लागू करेंगे।

टैरिफ मास्टर प्लान पर ट्रंप का नजरिया

ट्रंप का मानना ​​है कि टैरिफ लगाने का विचार उनके लिए मास्टरस्ट्रोक साबित हो सकता है। इससे व्यापार घाटा, अवैध अप्रवास और ड्रग की समस्या हल हो सकती है। ट्रंप का यह भी मानना ​​है कि यह सिर्फ व्यापार घाटे को कवर करने के लिए नहीं है। बल्कि यह अमेरिका को अपने सहयोगियों से आगे निकलने में भी मदद करेगा, इससे अमेरिका को दुनिया से आगे निकलने में मदद मिल सकती है।

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मौजूदा हालात पहले कार्यकाल से अलग हैं

ट्रंप के पहले कार्यकाल और उनके मौजूदा कार्यकाल में काफी अंतर है। जब ट्रंप पहली बार राष्ट्रपति बने थे, तब अमेरिका में महंगाई कोई बड़ा मुद्दा नहीं था, लेकिन अब किराना सामान, वाहन और दूसरी जरूरी चीजों के दाम बढ़ रहे हैं। अमेरिका के लोग पहले से ही महंगाई की मार झेल रहे हैं। ऐसे में अगर ट्रंप टैरिफ बढ़ाते हैं, तो आर्थिक दबाव और बढ़ेगा, जिसका सीधा असर अमेरिका के आम लोगों पर पड़ेगा।

क्या कहते हैं विशेषज्ञ?

इस मामले पर विशेषज्ञों का कहना है कि ट्रंप की टैरिफ नीति से अमेरिका की आर्थिक स्थिति खराब हो सकती है। देश में एक बार फिर आर्थिक मंदी का दौर देखने को मिल सकता है, जो अमेरिका के लिए ठीक नहीं है। शेयर बाजार में अस्थिरता आ सकती है, लोगों की नौकरियां जा सकती हैं, चुनावों के दौरान महंगाई अमेरिका के लिए बड़ा मुद्दा थी। अब ऐसे में ट्रंप की टैरिफ नीति देश को गहरे संकट में डाल सकती है।

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