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ट्रंप के America में 300 से अधिक छात्रों का एफ-1 वीजा रद्द, अब क्या होगा भारतीय छात्रों का

अमेरिका में पढ़ाई कर रहे छात्रों को अमेरिकी प्रशासन की ओर से देश छोड़ने के आदेश मिले हैं। मेल के जरिए छात्रों को उनका एफ-1 वीजा रद्द करने की सूचना दी गई है।

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Dhiraj Dhillon
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America News: अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की सत्ता में वापसी के बाद से लगातार नई- नई खबरें आ रही हैं। इमीग्रेशन डिपार्टमेंट रोज नए फरमान जारी कर रहा है, जिससे अमेरिका में रह रहे अन्य देशों के लोग खासे परेशान हैं। अब ताजा मामला छात्रों से जुड़ा है। अमेरिका में पढ़ाई कर रहे 300सेज्यादा छात्र एफ-1 वीजा रद्द होने से अवैध प्रवासी हो गए हैं। अमेरिकी प्रशासन की ओर से उन्हें देश छोड़ने के आदेश दिए गए हैं। इस फैसले से भारतीय छात्र भी प्रभावित होंगे। ओपन डोर्स 2024 की रिपोर्ट के अनुसार, 2023-24 शैक्षणिक वर्ष में अमेरिका में 3,31,000 से अधिक भारतीय छात्र पढ़ाई कर रहे थे। अनुमान है कि 2025 तक भारतीय छात्रों की संख्या 3,37,630 के आसपास या उससे अधिक हो सकती है।

अमेरिकी प्रशासन ने क्यों की कार्रवाई

अमेरिकी प्रशासन ने अंतर्राष्ट्रीय छात्रों का एफ-1 वीजा रद्द करने के साथ ही इस कारण भी बताया है। प्रशासन का कहना है कि विश्वविद्यालय परिसों में छात्रों के विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। इसके अलावा ऐसे छात्रों के खिलाफ भी कार्रवाई की गइ है जो सोशल मीडिया पर अमेरिका विरोधी पोस्ट को शेयर या लाइक करने का काम किया था। 

देश विरोधी गतिविधियों का आरोप

अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने घोषणा की है कि देश विरोधी गतिविधियों में शामिल पाए गए विदेशी छात्रों का वीजा रद्द किया गया है। उन्होंने आगे भी ऐसी कार्रवाई जारी रहने के संकेत दिए हैं। विदेश मंत्री ने बताया कि फिलहाल 300 से अधिक छात्रों का एफ-1 वीजा रद्द किया गया है। इन सभी छात्रों को स्वतः देश छोड़ने के आदेश दिए गए हैं। 

विदेश मंत्री रूबियो बोले

विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने कहा कि दुनिया का हर देश यह तय करने के लिए स्वतंत्र है कि कौन उनके देश में रह सकता है और कौन नहीं रह सकता। देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्त लोगों को अमेरिकी प्रशासन कोई रियायत नहीं देता। छात्रों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का प्रयोग किया जा रहा है। अमेरिकी प्रशासन ने इसके लिए “कैच एंड रिवोक” एप भी लांच किया है।

छात्रों को यह मेल मिला

जिन छात्रों को एफ-1 वीजा रद्द किया गया है, उन्हें अमेरिकी प्रशासन की ओर से मिले मेल में कहा गया है कि आपका वीजा रद्द कर दिया गया है। आपको सीबीपी होम एप के माध्यम से खुद को अमेरिका से निर्वासित करना है। गैरकानूनी रूप से अमेरिका में रुकने पर जुर्माना, हिरासत या फिर जबरन निर्वासन किया जाएगा। भविष्य में अमेरिका आने के लिए नए सिरे से वीजा के लिए आवेदन करना होगा।

अमेरिका में पढ़ाई करने वाले भारतीय छात्रों की संख्या में इजाफा

अमेरिका में पढ़ाई करने वाले भारतीय छात्रों की संख्या हाल के वर्षों में तेजी से बढ़ी है, और यह देश भारतीय छात्रों के लिए एक पसंदीदा देश बना हुआ है। एफ-1 वीजा, जो अमेरिका में पूर्णकालिक अध्ययन के लिए जारी किया जाता है, भारतीय छात्रों के बीच सबसे लोकप्रिय वीजा श्रेणी है। ओपन डोर्स 2024 की रिपोर्ट के अनुसार, 2023-24 शैक्षणिक वर्ष में अमेरिका में 3,31,000 से अधिक भारतीय छात्र पढ़ाई कर रहे थे। अनुमान है कि 2025 तक भारतीय छात्रों की संख्या 3,37,630 के आसपास या उससे अधिक हो सकती है। यह संख्या पिछले वर्षों की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाती है, जैसे कि 2021 में यह आंकड़ा लगभग 96,000 था। इस तरह, भारतीय छात्र अब अमेरिका में सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय छात्र समूह बन गए हैं, जो कुल अंतरराष्ट्रीय छात्रों का लगभग 29.4% हिस्सा हैं।
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