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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। रूस के कामचटका प्रायद्वीप के पास आज सुबह 8.8 तीव्रता का भूकंप आया। इसके बाद जापान, हवाई, कैलिफोर्निया, अलास्का और सोलोमन द्वीप में सुनामी आ गई है। ऐसे में लोगों के मन में एक सवाल उठ रहा कि सुनामी और भूकंप का क्या कनेक्शन है? आइए, जानते हैं...
सुनामी क्या है?
सुनामी समुद्र की शक्तिशाली लहरों की शृंखला होती है। यह आमतौर पर पानी के नीचे वाले वाली घटनाओं के कारण आती है। जैसे- ज्वालामुखी का फटना, भूस्खलन। हवा से बनने वाली सामान्य लहरों के विपरीत सुनामी तब आती है, जब अचानक बड़ी मात्रा में पानी विस्थापित होता है। यह अमूमन समुद्र तल के खिसकने के कारण होता है। यही संबंध है भूकंप और सुनामी में। जब समुद्र के नीचे शक्तिशाली भूकंप आता है तो वह समुद्र तल को ऊपर या नीचे करता है। इससे बड़ी मात्रा में पानी विस्थापित हो जाता है। फिर सुनामी लहरें पैदा होती हैं, जो पूरे महासागर में फैल सकती हैं।
जापानी भाषा से लिया गया है सुनामी शब्द
सुनामी शब्द जापानी भाषा से लिया गया है। इसका अर्थ-बंदरगाह की लहर है। वाशिंगटन विश्वविद्यालय और NOAA के पैसिफिके मरीन एन्वायरमेंटल लैब के वरिष्ठ वैज्ञानिक योंग वेई का कहना है कि सुनामी की लहरें करीब 700 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आती हैं। यह स्पीड एक जेट विमान की गति के बराबर है। उन्होंने कहा कि ये लहरें किनारे के करीब और पानी की गहराई कम होने पर ऊर्जा लहर की ऊंचाई में बदल जाती है। इससे तटीय क्षेत्रों में भारी नुकसान होता है।
जापान, रूस और अलास्का में 8.7 का भूकम्प आने के बाद सुनामी जैसे स्थिति बन आई है।
— Sabir Shaikh 🇮🇳 (@SabirSh48723440) July 30, 2025
वहां की सरकारों ने समुंद्री इलाकों से दूर रहने की चेतावनी जारी की है। pic.twitter.com/R0uEWjLbqL
अभी किन देशों और शहरों में सुनामी का खतरा
अभी प्रशांत महासागर के कई देशों में सुनामी आने की आशंका है। कुछ में आ चुकी है। रूस, जापान, संयुक्त राज्य अमेरिका के हवाई में सुनामी आ चुकी है। यहां लहरें 5 मीटर ऊंची उठ रही हैं। यूएस नेशनल वेदर सर्विस (NWS) के सुनामी चेतावनी केंद्र ने कैलिफोर्निया के तट के लिए सुनामी वॉच जारी की है। इसमें कहा गया है कि सुनामी की लहरें 3 घंटे रह सकती हैं। बता दें सुनामी की लहरें अलग-अलग स्पीड से फैलती हैं। यह समुद्र की गहराई पर निर्भर करता है।
प्रभाव कब तक रहेगा?
सुनामी का प्रभाव कई घंटों तक रहता है। हमेशा पहली लहर सबसे बड़ी नहीं होती। पीटीडब्ल्यूसी (PTWC) के अनुसार सुनामी का प्रभावी रूस और जापान अगले 24 घंटे तक रह सकती है। कैलिफोर्निया में 31 जुलाई की सुबह तक प्रभाव दिखेगा। अलास्का में 31 जुलाई तक प्रभाव रहने का अनुमान है।
रूस के कामचटका में 8.7 तीव्रता का भयानक भूकंप आया है। इसके बाद सुनामी की लहरे उठने लगी हैं। यह सब बेहद खतरनाक है।pic.twitter.com/qhQQfcDBBR
— Shivani Sahu (@askshivanisahu) July 30, 2025
चीन ने वापस लिया अलर्ट
चीन ने भी आज सुनामी को लेकर अलर्ट जारी किया था, जिसे वापस ले लिया है। शंघाई और झेजियांग में अलर्ट जारी किया गया था। ताइवान में अलर्ट जारी है।
भारत पर कोई प्रभाव नहीं रहेगा
जापान समेत कई देशों में आई सुनामी का असर भारत पर नहीं पड़ेगा। भारतीय राष्ट्रीय समुद्र सूचना सेवा केंद्र (INCOIS) ने यह जानकारी दी है। उन्होंने कहा है कि रूस में आए भूकंप से भारत या हिंद महासागर क्षेत्र में सुनामी का कोई खतरा नहीं है। मगर, भारत के तटीय इलाकों में भूकंप और सुनामी के लिए तैयार रहना जरूरी है। 2004 के हिंद महासागर सुनामी ने दिखाया था।
2011 की जापानी सुनामी ने मचाई थी भारी तबाही
वर्ष 2011 में आई जापानी सुनामी ने काफी तबाही मचाई थी। हवाई में 12 फीट तक लहरें उठी थीं। कई हार्बर, होटल और दुकानें पूरी तरह बर्बाद हो गई थीं। 7.5 मिलियन डॉलर का नुकसान हुआ था।
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