कानपुर, वाईबीएन संवाददाता
बीपीएड छात्रा की आत्महत्या मामले में पुलिस की जांच पांच दिन बाद भी एक ही जगह पर ठिठकी है। छात्रा ने साइबर अपराधियों के सताए जाने पर 12 मार्च को जान दे दी थी। अपराधियों के दो मोबाइल नंबर पुलिस के पास हैं, पर जांच के नाम पर पुलिस की कछुआ चाल के कारण गुनहगार शिकंजे में नहीं आ सके हैं। इस बीच एक और संदिग्ध नंबर पुलिस को पता चला है। इसके बारे में छानबीन की बात कही जा रही है।
इसे भी पढ़ें-Kanpur news: girl murdered, हत्या कर सचेंडी में फेंका शव, युवती के बाएं हाथ में गुदा था अंग्रेजी में अ
छात्रा ने तहरीर में दिए थे दो नंबर
साइबर ठगी की शिकार हुई बीपीएड छात्रा के सुसाइड मामले में पुलिस की जांच आगे नहीं बढ़ पा रही है। इस बीच एक और संदिग्ध नंबर सामने आया है। तहरीर में छात्रा ने दो नंबरों का उल्लेख किया था। दो गुनहगारों के नाम भी बताए थे, जांच में इनके बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं मिल सकी। अब उन नंबरों की सीडीआर निकलवाई गई है। इसके आधार पर पता लगाया जा रहा है कि ये नंबर किसके हैं।
इसे भी पढ़ें-Kanpur BJP News: जूता कांड पड़ा दीपू पर भारी, सीधे संवाद ने बचाई शिवराम की कुर्सी
ऐसे सताई गई थी छात्रा
कानपुर के काकादेव में रहने वाली बीपीएड सेकेंड इयर की छात्रा सीएसजेएम यूनिवर्सिटी से पढ़ाई कर रही थी। 12 मार्च को छात्रा ने कल्याणपुर थाने में एप्लिकेशन देकर बताया था कि कुछ लोग उसकी वीडियो को एडिट कर वायरल कर रहे हैं। इसके अलावा उसके सिपाही पापा जो मौजूदा समय में भदोही में तैनात हैं, उनको भी वो वीडियो भेजी गई है और उनसे 50 हजार रुपए की मांग की गई है। रुपए न देने पर वो लोग वीडियो अन्य रिश्तेदारों को भेजने की धमकी दे रहे हैं। एप्लिकेशन में छात्रा ने दो नंबरों की भी जानकारी देते हुए कार्रवाई की मांग की थी।
इसे भी पढ़ें-Kanpur News: जूते के गुलदस्ते का खौफ, इसलिए वाट्सएप पर घोषित होगा BJP का जिलाध्यक्ष
पुलिस ने नहीं लिया एक्शन, छात्रा ने दे दी जान
पुलिस ने 14 मार्च को मुकदमा दर्ज किया था। उसी दिन छात्रा ने अपने कमरे में सुसाइड कर लिया। पता चला है कि पुलिसिया कार्रवाई की जानकारी छात्रा को समय पर नहीं मिली और छात्रा ने फांसी लगाकर जान दे दी।