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माती में Illegal plotting, सरकारी जमीन पर बना दिया रास्ता

माती मुख्यालय के पास अवैध प्लाटिंग का कारोबार खूब फलफूल रहा है। हालत यह है कि माफिया, सरकार की करोड़ों रुपये की जमीन हड़प रहे हैं। प्रशासन सब कुछ देख सुनकर भी खामोश है।

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Jyoti Yadav
 Illegal plotting
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कानपुर देहात, वाईबीएन संवाददाता

माती मुख्यालय के पास अवैध प्लाटिंग का कारोबार खूब फलफूल रहा है। हालत यह है कि माफिया, सरकार की करोड़ों रुपये की जमीन हड़प रहे हैं। प्रशासन सब कुछ देख सुनकर भी खामोश है। हद तो तब हो गई जब माफियाओं ने उपभोक्ता फोरम की सडक़ से जोड़ कर अपनी साइट तक सैकड़ों डंपर मिट्टी और रोड़े डालकर रास्ता बना दिया। होली की छुट्टी में ये खेल किया गया। इसके बाद भी यहां के लेखपाल से लेकर अन्य जिम्मेदार आंख कान बंद किए हैं। 

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नियम कायदे सब ताख पर

अकबरपुर तहसील के नागिनजसी गांव (अब नगर पंचायत) में जहां जिसका मन आ रहा है नियमों को ताख पर रख प्लाट बेचे जा रहे हैं। आम जनता को गुमराह किया जा रहा है। उपभोक्ता फोरम के बगल में दो बीघा जमीन पर साइट बनाकर करीब एक साल से प्लाटिंग की जा रही है। जमीन के आसपास बाउंड्रीवाल खड़ी कर दी गई, जिसमें सरकारी जमीन शामिल होने की आंशका से इनकार नहीं किया जा सकता है। 

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प्लाट बेचने को बनाया अवैध रास्ता 

जहां साइट तैयार की गई वहां जाने का कोई रास्ता कागजों पर नहीं है। उपभोक्ता फोरम के भवन तक सड़क है। ये ही सड़क दिखाकर 16 प्लाट बेच दिए गए। इससे पहले यहां एक साल बाद भी रास्ता न बनने पर लोग प्लाट खरीदने में रुचि नहीं ले रहे थे। 

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होली की छुट्टी में हुआ खेल

प्लाट बेचने वालों ने होली की छुट्टी में 12 से 15 मार्च के बीच सन्नाटे के माहौल में रास्ता बनाने का प्लान तैयार किया। छुट्टी होते ही डंपरों से मिट्टी लाकर करीब दस बिस्वा सरकारी जमीन में पुराई करके साइट तक दो सौ मीटर लंबा रास्ता बना दिया गया। नागिनजसी गांव की प्रिया सिंह ने आईजीआरएस में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि अगर यहां जमीन की कीमत की बात की जाए तो दस लाख रुपये बिस्वा है। करीब एक करोड़ से अधिक की जमीन को कब्जा कर प्लाट बेचने वालों ने रास्ते के रूप में इस्तेमाल कर लिया। साथ ही अपने काले कारोबार को गति देने की कोशिश की है।

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