कानपुर, वाईबीएन संवाददाता।
संचारी रोगों की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद हो गया है। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रसाद सिंह ने शनिवार को सरसैया घाट स्थित नवीन सभागार में बैठक कर 14 विभागों को जल्द से जल्द माइक्रोप्लान तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी विभाग डाटा फीडिंग और मॉनिटरिंग पर विशेष ध्यान दें और उसी के अनुसार काम करें।
संचारी रोग नियंत्रण माह
01 अप्रैल से 30 अप्रैल 2025 तक विशेष संचारी रोग नियंत्रण माह चलाया जाएगा। डीएम ने स्पष्ट किया कि किसी भी विभाग की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। अभियान के संचालन के लिए अंतर्विभागीय टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा।
- डेंगू, मलेरिया, फाइलेरिया और टीबी के मरीजों की खोज की जाएगी।
- 10 अप्रैल से ‘दस्तक अभियान’ चलेगा, जिसमें आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को जागरूक करेंगी।
- सभी रोगियों की जानकारी ई-कवच पोर्टल पर अपलोड की जाएगी।
- ओपीडी में आने वाले सभी मरीजों की ‘आभा आईडी’ अनिवार्य रूप से बनाई जाएगी।
‘स्टॉप डायरिया अभियान’ पर भी चर्चा
1 जुलाई से ‘स्टॉप डायरिया नियंत्रण अभियान’ की शुरुआत होगी, जो दो महीने तक चलेगा। इस दौरान जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि विभागों की समीक्षा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की जाए। इसके अलावा -
- लापरवाही करने वाले डॉक्टरों व कर्मचारियों पर होगी सख्त कार्रवाई।
- जरूरत पड़ने पर बर्खास्तगी का प्रस्ताव भी तैयार किया जाएगा।
न गंदगी हो, न जलभराव!
- शहर और गांवों में जलभराव और गंदगी की स्थिति न बनने पाए।
- नगर निगम, पंचायती राज और ग्राम विकास विभाग को तत्काल सफाई कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश।
- हॉटस्पॉट क्षेत्रों, घनी आबादी और मलिन बस्तियों में एंटी लार्वा छिड़काव और फॉगिंग कराई जाएगी।
- जनजागरूकता अभियान भी तेज किया जाएगा।
बैठक में ये रहे मौजूद
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती दीक्षा जैन, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. हरि दत्त नेगी, विभिन्न अपर व उप चिकित्सा अधिकारी, चिकित्सा अधीक्षक, सभी ब्लॉक के एमओआईसी, यूनिसेफ और डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधि सहित कई विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।