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AyurvedicTips Photograph: (IANS)
नई दिल्ली। पीठ दर्द आजकल आम समस्या बन गई है, जिसका प्रमुख कारण गलत बैठने की मुद्रा और तनाव है। आयुर्वेद के अनुसार, गर्म तेल से मालिश इस दर्द में राहत देती है। विशेष रूप से तिल या नारियल तेल में थोड़ा सा अजवाइन डालकर गुनगुना करें और धीरे-धीरे पीठ पर मालिश करें। साथ ही, हल्दी वाला दूध पीने से सूजन कम होती है। नियमित योगासन जैसे भुजंगासन और मकरासन भी लाभदायक हैं। भारी वस्तुएं उठाने से बचें और सही मुद्रा बनाए रखें। इन घरेलू उपायों से पीठ दर्द में प्राकृतिक रूप से आराम पाया जा सकता है।
पीठ दर्द के कारण
आजकल हर दूसरा इंसान पीठ दर्द से परेशान है। चाहे ऑफिस में घंटों बैठना हो, भारी वजन उठाना या फिर गलत तरीके से सोना, ये सब हमारी पीठ की सेहत पर सीधा असर डालते हैं। कई बार सर्द हवा लगने, ज्यादा उपवास करने या बढ़ी हुई वात समस्या के कारण भी पीठ दर्द शुरू हो जाता है। पीठ दर्द के लक्षणों में आम तौर पर कमर में जकड़न, झुककर चलने में कठिनाई, रीढ़ की हड्डी में खिंचाव, पैरों में हल्की सनसनाहट, और लंबे समय तक बैठने पर दर्द बढ़ जाना शामिल हैं।
पीठ दर्द के लक्षण
आयुर्वेद की मानें तो ज्यादातर दर्द वात से ही उत्पन्न होते हैं। जब शरीर में वात बढ़ता है तो नसें सिकुड़ जाती हैं, रक्त प्रवाह कम हो जाता है और मांसपेशियां टाइट होकर जकड़न पैदा करती हैं। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखें तो कमजोर कोर मांसपेशियां, तंग हैमस्ट्रिंग, विटामिन डी की कमी, खराब पोस्चर और डिहाइड्रेशन भी इस दर्द के पीछे कारण बनते हैं।
मांसपेशियां रिलैक्स
इसके अलावा, भुजंगासन, मकरासन, सेतुबंधासन और चाइल्ड पोज भी काफी असरदार हैं। यदि आप 30 सेकंड में इस समस्या से राहत पाना चाहते हैं तो बिल्ली-गाय आसन (कैट-काउ पोज) करें। हाथ और घुटनों के बल आकर धीरे-धीरे पीठ को ऊपर उठाएं, फिर नीचे झुकाएं। हर बार 5 सेकंड तक रुकें और इसे 5 बार दोहराएं। इससे रीढ़ की हड्डी में तुरंत लचीलापन आता है। इसके साथ ही नाक से गहरी सांस लें और धीरे-धीरे मुंह से छोड़ें, इससे तनाव कम होगा और मांसपेशियां रिलैक्स होंगी।
घरेलू उपायों में सबसे असरदार
घरेलू उपायों में सबसे असरदार है गर्म तौलिया से सेक। इसे 10 मिनट तक करें। सरसों के तेल में लहसुन गर्म कर मालिश करने से भी नसें खुलती हैं और दर्द कम होता है। अजवाइन की भाप या मेथी दाना पानी सुबह खाली पेट लेना भी सूजन और अकड़न को घटाता है। साथ ही अदरक पानी, हल्दी दूध, गिलोय चूर्ण और दशमूल काढ़ा जैसे पेय शरीर में गर्मी और राहत देते हैं।
(इनपुट-आईएएनएस)
Disclaimer: इस लेख में प्रदान की गई जानकारी केवल सामान्य जागरूकता के लिए है। इसे किसी भी रूप में व्यावसायिक चिकित्सकीय परामर्श के विकल्प के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। कोई भी नई स्वास्थ्य-संबंधी गतिविधि, व्यायाम, शुरू करने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह जरूर लें।"
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