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एएनटीएफ की बड़ी सफलता
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। एएनटीएफ थाना गाजीपुर की टीम ने उड़ीसा से अवैध मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले सात अंतरराज्यीय तस्करों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके कब्जे से 2 कुंतल 2 किलो 500 ग्राम गांजा बरामद किया है, जिसकी कीमत करीब 1 करोड़ 1 लाख रुपये बताई जा रही है। इसके अलावा पुलिस ने 2 चारपहिया वाहन, 6 एंड्रॉइड मोबाइल, एक एटीएम कार्ड और नकदी भी बरामद की है।
पकड़े गए तस्कर मथुरा व अलीगढ़ जनपद के रहने वाले
यह कार्रवाई पुलिस महानिदेशक, अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) व एएनटीएफ लखनऊ के आईजी के निर्देशन में की गई। पकड़े गए तस्करों की पहचान ललित कुमार, श्याम देशवाल, योगेश, हरेन्द्र कुमार, आदर्श चौधरी, रिशीपाल और ब्रजलाल के रूप में हुई है, जो मथुरा और अलीगढ़ जनपदों के रहने वाले हैं।
एएनटीएफ थाना गाजीपुर की टीम ने उड़ीसा से अवैध मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले सात अंतरराज्यीय तस्करों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके कब्जे से 2 कुंतल 2 किलो 500 ग्राम गांजा बरामद किया है, जिसकी कीमत करीब 1 करोड़ 1 लाख रुपये बताई जा रही है। pic.twitter.com/tVQTWv3Dyx
— shishir patel (@shishir16958231) October 31, 2025
यूपी के विभिन्न जनपदों में बेचने का कर रहे थे काम
पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि वे एक व्यक्ति के कहने पर उड़ीसा से सस्ते दामों में गांजा लाकर यूपी के विभिन्न जनपदों में बेचते थे। इसके एवज में उन्हें चार लाख रुपये अग्रिम और शेष भुगतान बिक्री के बाद किया जाना था।गिरफ्तारी कुकुडीपुर दरवेशपुर मोड़, थाना जलालपुर, जनपद जौनपुर से की गई। पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट की धारा मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
लोहे के कारोबार में अरबों की टैक्स चोरी, जाल दुबई-सिंगापुर तक फैलाCrime News:लोहे के कारोबार में चल रही संगठित टैक्स चोरी का जाल अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैल चुका है। जांच एजेंसियों को ऐसे ठोस प्रमाण मिले हैं जिनसे पता चला है कि एनसीआर के एक बड़े कर अपवंचक ने करीब एक हजार करोड़ रुपये की टैक्स चोरी कर दुबई में ठिकाना बना लिया है। इस गिरोह के करीब 200 से अधिक सहयोगी यूपी के सात जिलों में सक्रिय हैं, जो फर्जी नामों से सैकड़ों फर्में चलाकर आयरन स्क्रैप की खेप भेजने का काम कर रहे हैं।विभागीय सूत्रों के अनुसार, इस टैक्स चोरी सिंडीकेट की जड़ें दुबई, सिंगापुर और थाईलैंड तक फैली हुई हैं। दुबई में बैठे मुख्य सरगना के इशारे पर यहां 300 से अधिक फर्जी फर्मों के माध्यम से स्क्रैप की आपूर्ति की जा रही है। इसी तरह सेंट्रल यूपी से जुड़े दो अन्य कारोबारी भी टैक्स चोरी कर सिंगापुर और थाईलैंड में बस चुके हैं। अकेले बुंदेलखंड क्षेत्र में 23.5 करोड़ रुपये का ITC फ्रॉड पकड़ासिंडीकेट के एजेंट बिहार और झारखंड से कबाड़ लाकर यूपी के वाराणसी, अलीगढ़, सहारनपुर और अन्य जिलों के रास्ते पंजाब तक भेज रहे हैं। वहां इसे बड़ी कंपनियां खरीदती हैं और इनवॉयस के माध्यम से इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) का फर्जी दावा किया जाता है। अकेले बुंदेलखंड क्षेत्र में 23.5 करोड़ रुपये का ITC फ्रॉड पकड़ा गया है, जबकि कानपुर और आसपास के जिलों में 300 करोड़ रुपये से अधिक की टैक्स चोरी का खुलासा हो चुका है।विभागीय जांच में यह भी सामने आया है कि कबाड़ के ट्रक बिहार-झारखंड से पंजाब तक यूपी के रास्ते में सुरक्षित गुजरें, इसके लिए एजेंटों का एक अलग नेटवर्क काम कर रहा है। हाल में सहारनपुर में ढाई दर्जन वाहनों की जब्ती के बाद इस नेटवर्क की सक्रियता और गहराई सामने आई। सभी संदिग्ध फर्मों के भौतिक सत्यापन के आदेश जारीशासन ने ऐसे मामलों पर सख्ती दिखाते हुए सभी संदिग्ध फर्मों के भौतिक सत्यापन के आदेश जारी किए हैं, हालांकि अधिकारियों का कहना है कि एक दिन में 30 फर्मों का सत्यापन करना संभव नहीं है, जिसके चलते अधिकांश जांच कागजी औपचारिकता तक सीमित है। विभाग का मानना है कि यदि इस बड़े पैमाने की टैक्स चोरी को रोकना है तो नई पंजीकृत फर्मों का सत्यापन राज्य कर विभाग से अनिवार्य रूप से कराया जाए, चाहे वे केंद्रीय जीएसटी में पंजीकृत क्यों न हों।फिलहाल विभाग को आशंका है कि पंजाब और उत्तर प्रदेश टैक्स चोरी के नए केंद्र बन चुके हैं, जहां कबाड़ी और स्क्रैप कारोबारी नेटवर्क के जरिये अरबों की जीएसटी चोरी को अंजाम दे रहे हैं।
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