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फाइल फोटो
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता । राजधानी के आलमबाग इलाके के कैलाशपुरी मोहल्ले में गुरुवार रात एक दर्दनाक घटना ने पूरे क्षेत्र को स्तब्ध कर दिया। 63 वर्षीय माया त्रिवेदी ने लम्बे समय से चल रही गंभीर बीमारी से परेशान होकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली।
गंभीर थायरॉइड रोग से पीड़ित थीं महिला
पुलिस के मुताबिक माया गंभीर थायरॉइड रोग से पीड़ित थीं। इलाज के तहत उन्हें पेट में नियमित इंजेक्शन लगवाने पड़ते थे। शुरूआत में यह इंजेक्शन छह-छह महीने के अंतराल पर लगाया जाता था, लेकिन धीरे-धीरे इसका अंतराल घटकर एक सप्ताह तक आ गया। इस बढ़ते बोझ और दर्दनाक प्रक्रिया से त्रस्त होकर माया ने रात में घर के बाथरूम में ज्वलनशील पदार्थ डालकर खुद को आग के हवाले कर दिया।
मौके से पुलिस को मिला सुसाइड नोट, जांच में जुटीं
उनकी चीखें सुनते ही परिजन दौड़े और किसी तरह आग बुझाने की कोशिश की। तुरंत उन्हें लोकबंधु अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें माया ने स्पष्ट लिखा है कि उनकी मौत के लिए किसी को जिम्मेदार न ठहराया जाए। उन्होंने बीमारी और पीड़ा से आजिज आकर यह कदम उठाया है।आलमबाग कोतवाली प्रभारी सुभाष चंद्र सरोज ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। मृतका अपने पीछे एक बेटा और एक बेटी छोड़ गई हैं।