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जेल से बाहर निकल आजम खां।
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता और रामपुर से पूर्व सांसद आजम खां मंगलवार को 23 माह बाद सीतापुर जिला कारागार से रिहा हो गए। रिहाई की प्रक्रिया सुबह से ही चर्चा में रही, लेकिन कोर्ट में जुर्माना जमा होने और आधिकारिक ई-मेल जेल प्रशासन तक पहुंचने के बाद ही उन्हें बाहर निकाला जा सका। दोपहर करीब 12 बजे जब आजम खां जेल से बाहर आए तो वहां पहले से मौजूद उनके बेटे अब्दुल्ला आजम और अदीब आजम समेत सैकड़ों समर्थकों ने जोरदार स्वागत किया।
पुलिस ने कसा शिकंजा, 73 गाड़ियों का चालान
जेल के बाहर समर्थकों का भारी हुजूम पहुंचा। भीड़ नियंत्रण और ट्रैफिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ने कड़ा रुख अपनाया। नो पार्किंग में खड़ी 73 गाड़ियों का चालान किया गया, जिन पर कुल मिलाकर करीब 1.49 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया। पुलिस ने बार-बार समर्थकों को जेल गेट और ओवरब्रिज से हटने की चेतावनी भी दी।
सुरक्षा के लिए एलआईयू, पीएसी और ड्रोन टीम रही तैनात
आजम खां की रिहाई को देखते हुए जिला प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। एलआईयू की टीम, ड्रोन यूनिट और पीएसी के जवान सुबह से ही मुस्तैद रहे। एएसपी उत्तरी आलोक सिंह, प्रशिक्षु आईपीएस विनायक भोंसले, यातायात निरीक्षक फरीद अहमद समेत करीब आठ थानों की पुलिस फोर्स मौके पर मौजूद रही।
*आजम खान को लेने रामपुर से सीतापुर जेल पहुंचे सपा कार्यकर्ताओं की कई गाड़ियों के चालान पुलिस ने काट दिए।पुलिस के अनुसार- ये सभी गाड़ियां नो पार्किंग एरिया में खड़ी थीं। पुलिस धारा-144 का हवाला देकर जेल के आसपास खड़े लोगों को हटवाया। pic.twitter.com/4LRJSqLuH5
— shishir patel (@shishir16958231) September 23, 2025
कोर्ट में जमा हुए जुर्माने के बाद खुला रास्ता
रामपुर एमपी-एमएलए कोर्ट ने पहले से लंबित मामलों में आजम खां पर दो-दो 3,000 रुपये के जुर्माने लगाए थे। मंगलवार को उनके वकीलों ने यह राशि कोर्ट में जमा की। इसके बाद आधिकारिक मेल सीतापुर जेल पहुंची और आजम खां की रिहाई संभव हो सकी।
सांसद रुचिवीरा ने कहीं बड़ी बात
सपा सांसद रुचिवीरा भी सीतापुर जेल पहुंचीं और आजम खां की रिहाई पर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा— “न्यायपालिका का धन्यवाद करती हूं। आजम साहब के बाहर आने के बाद उन्हीं के निर्देश पर पार्टी की आगे की रणनीति तय होगी।” बसपा में जाने की अटकलों पर उन्होंने कहा कि “पहले वह अपने परिवार से मिलें, उसके बाद ही किसी निर्णय पर पहुंचेंगे।”
बाहर निकलते ही समर्थकों ने फूल माला पहनाकर किया स्वागत
आजम खां जैसे ही जेल गेट से बाहर निकले, समर्थकों ने फूल-मालाओं से उनका स्वागत किया। पूरे माहौल में "आजम खां जिंदाबाद" के नारे गूंज उठे। इसके बाद वे अपने बेटों और नजदीकी साथियों के साथ रामपुर के लिए रवाना हो गए।
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