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बीजेपी ने पोस्टर लगा कर सपा पर साधा निशाना
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। उत्तर प्रदेश में सरकारी स्कूलों के विलय को लेकर सियासी बयानबाजी तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार का यह कदम आर्थिक रूप से कमजोर और पीडीए वर्ग के बच्चों को शिक्षा से दूर कर देगा। इसके जवाब में भारतीय जनता पार्टी ने राजधानी लखनऊ के प्रमुख चौराहों पर होर्डिंग लगाकर सपा पर पलटवार किया है।
सपा राज में सात लाख बच्चों ने छोड़ी पढ़ाई
पॉलिटेक्निक और कालिदास मार्ग पर लगाए गए होर्डिंग्स के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी ने यह आरोप लगाया है कि समाजवादी पार्टी के शासनकाल में स्कूलों की हालत बेहद खराब थी। विद्यालयों की इमारतें खंडहर बन चुकी थीं और शिक्षा की गुणवत्ता में भारी गिरावट आई थी, जिसके कारण करीब सात लाख बच्चों ने स्कूल छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा। इसके विपरीत, भाजपा का दावा है कि सीएम योगी के नेतृत्व में वर्ष 2017 के बाद से राज्य की शिक्षा व्यवस्था को नए सिरे से संवारा गया है और परिषदीय स्कूलों को शिक्षा के मंदिर के रूप में विकसित करने की दिशा में ठोस कदम उठाए गए हैं।
होर्डिंग्स के जरिए गिनाई उपलब्धियां
पोस्टर में सीएम योगी और अखिलेश यादव की तस्वीरों के साथ यह दिखाया गया है की बीजेपी सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में अनेक बड़े बदलाव किए हैं। इनमें अटल आवासीय विद्यालयों की शुरुआत, 57 जिलों में मॉडल कंपोजिट स्कूलों की स्थापना, गोरखपुर में पूर्वांचल के पहले सैनिक स्कूल की स्थापना, और कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों का उच्चीकरण प्रमुख हैं। इसके अतिरिक्त 39 नए हाईस्कूल, 14 नए इंटर कॉलेज, लगभग 25 हजार से अधिक स्कूलों में स्मार्ट क्लासेज, 5568 ICT लैब्स और 7 नए केंद्रीय विद्यालयों की स्थापना की प्रक्रिया भी बताई गई है।
कोर्ट ने स्कूल विलय को बच्चों के हित में बताया
गौरतलब है कि स्कूलों के विलय से जुड़ी याचिकाएं हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ ने खारिज कर दी हैं। कोर्ट में राज्य सरकार ने तर्क दिया था कि यह कदम बच्चों के लिए उपलब्ध संसाधनों के समुचित उपयोग और शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने की दिशा में उठाया गया है।
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