Advertisment

पीएम-सीएम के गढ़ के उपभोक्ता निजीकरण के खिलाफ, उपभोक्ता परिषद ने कहा- जनविरोधी फैसला वापस ले सरकार

उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि शुक्रवार को आयोजित जनसुनवाई में इंडियन इंडस्ट्री एसोसिएशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आरके चौधरी, उद्यमी जगदीश झुनझुनवाला, बुनकर प्रतिनिधि व किसान प्रतिनिधि ने भी इस मौके पर निजीकरण का खुलकर विरोध किया। 

author-image
Deepak Yadav
UPRVUP

बिजली दरों पर जनसुनवाई में निजीकरण के खिलाफ फूटा गुस्सा Photograph: (YBN)

Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। विद्युत नियायम आयोग की तरफ से वाराणसी में बिजली दरों में बढ़ोत्तरी के प्रस्ताव पर हुई जनसुनवाई में निजीकरण के खिलाफ विरोध देखने को मिला। जनसुनवाई समाप्त होने के बाद वहां मौजूद उद्यमियों, बुनकरों, किसानों, उपभोक्ताओं और कर्मचारियों ने एक स्वर में प्रदेश सरकार के फैसले का विरोध किया। राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद ने दावा किया पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र सहित सीएम योगी और ऊर्जा मंत्री के क्षेत्रों से आए उपभोक्ता भी निजीकरण के खिलाफ हैं। ऐसे में सरकार को मान लेना चाहिए कि प्रदेश के 42 जिलों की बिजली व्यवस्था निजी हाथों में देना जनहित में नहीं है। बेहतर होगा कि सरकार उपभोक्ताओं के हित को सर्वोपरि रखकर इस फैसले को वापस ले।

Advertisment

निजीकरण किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं

उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि कल जनसुनवाई में बिजली दरों में बढ़ोतरी और निजीकरण के खिलाफ हर वर्ग के लोग का गुस्सा देखने को मिला। सभी लोगों ने कहा कि निजीकरण किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जाएगा। इंडियन इंडस्ट्री एसोसिएशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आरके चौधरी, उद्यमी जगदीश झुनझुनवाला, बुनकर प्रतिनिधि व किसान प्रतिनिधि ने भी इस मौके पर निजीकरण का खुलकर विरोध किया। 

विफलताओं पर माफी मांगें अफसर

Advertisment

परिषद अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश के कुछ नौकरशाह बिजली कंपनियों के निजीकरण को लेकर बहुत दिलचस्पी दिखा रहे हैं। उन्हें स्पष्ट किया कि आईएएस अफसर का कोई स्थायी विभाग नहीं होता। लेकिन वे जिस भी विभाग में तैनात होते हैं, वहां अपनी मनमानी शुरु कर देते हैं। ऊर्जा विभाग भी इससे अछूता नहीं है। नतीजतन 2000 के बाद से बिजली विभाग विभाग की स्थिति खराब है। ऐसे में उचित होगा कि वह अपनी विफलताओं के लिए प्रदेश की जनता से माफी मांगते हुए विभाग से हट जाएं।

यह भी पढ़ें- बिजली बिल बकायेदार हो जाएं सावधान, पांच हजार बकाया होने पर कटेगा कनेक्शन, मीटर होगा जब्त

यह भी पढ़ें- निजीकरण विरोधी आंदोलन में बिजली कर्मियों के परिवार भी होंगे शामिल, मीटर लगाए जाने का होगा पुरजोर विरोध

Advertisment

यह भी पढ़ें- विपक्ष के आरोप पर ऊर्जा मंत्री का पलटवार : बोले- तीन घंटे बिजली आपूर्ति का दावा झूठा, आगे भी बोलता रहूंगा जय श्रीराम

Electricity Privatisation | UPRVUP

Electricity Privatisation
Advertisment
Advertisment