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विश्व हिंदू रक्षा परिषद के अध्यक्ष गोपाल राय Photograph: (YBN)
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। दिल्ली में बीते दिनों हुए ब्लास्ट को लेकर पुलिस और एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं। इस दौरान पकड़े गए संदिग्ध आतंकवादियों ने बड़ा खुलासा किया है। सुरक्षा एजेंसियों की पूछताछ में सामने आया है कि कई हिंदूवादी नेता इनके निशाने पर थे। इनमें विश्व हिंदू रक्षा परिषद (वीएचआरपी) के अध्यक्ष गोपाल राय भी शामिल ​थे। राय ने मंगलवार को प्रेसवार्ता में ये खुलासा किया।
मथुरा में आया इंटेलिजेंस का कॉल
गोपाल राय ने बताया कि वे बागेश्वर धाम की सनातन एकता पद यात्रा में शामिल होने के लिए मथुरा में थे। इसी दौरान उनके पास इंटेलिजेंस से फोन आया। उनसे धमकी मिलने और घर की रेकी वाली घटना की तारीख पूछी गई। उन्होंने अधिकारियों को मामले से संबंधित सभी जानकारी उपलब्ध कराई। एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली ब्लास्ट मामले के आरोपितों द्वारा लखनऊ में उनकी और कुछ हिंदू नेताओं की रेकी किए जाने की जानकारी सामने आई है।
रेकी का सीसीटीवी फुटेज एजेंसियों को भेजा
अधिकारियों ने सुरक्षा व्यवस्था के बारे में भी पूछा। जिस पर स्पष्ट किया कि वर्तमान में कोई सुरक्षा उपलब्ध नहीं है। इसके बाद जांच टीम ने रेकी वाला सीसीटीवी फुटेज मांगा। सभी फुटेज जांच एजेंसियों को उपलब्ध करा दी हैं। इस प्रकरण की जानकारी पुलिस महानिदेशक प्रमुख सचिव गृह और स्थानीय पुलिस और एलआईयू को भी दे दी है।
दो संदिग्ध व्यक्ति कर रहे थे घर की रेकी
राय ने बताया कि 7 नवंबर की रात करीब 8:20 बजे दो संदिग्ध व्यक्ति घर के सामने खाली प्लॉट के पास खड़े होकर लगातार आवास की ओर देख रहे थे। उस जगह पर कैमरा नहीं लगा था। बच्चों ने इन्हें घर से देखा। करीब 8:31 बजे कुत्तों के भौंकने पर दोनों मुख्य सड़क की ओर चले गए। करीब 10 मिनट बाद 8:41 बजे फिर लौटे और घर की ओर देखते हुए आगे बढ़ गए। इसके कुछ दिन बाद 10 नवंबर को दिल्ली ब्लास्ट की घटना सामने आई।
जम्मू और वाराणसी में हुआ था जानलेवा हमला
गोपाल राय ने कहा कि कई मामलों में जैश-ए-मोहम्मद, सिद्धार्थ नगर निवासी शमशूल हुदा का आईएसआई एजेंट होने का खुलासा कर चुके हैं। कई आतंकी संगठनों से जुड़े स्लीपर सेल एजेंटों का पर्दाफाश, धर्मांतरण रैकेट के सरगना जमालुद्दीन उर्फ छंगुर बाबा की गिरफ्तारी में उनकी मुख्य भूमिका रही। इसी कारण आईबी की जांच में उन पर हमले की बात सामने आई है। उन्होंने बताया​ कि जम्मू में 30 अक्टूबर 2015 और 28 फरवरी 2006 में वाराणसी में उन पर जानलेवा हमला हुआ था। राय ने आरोप लगाया कि एसीपी एलआईयू अवधेश चौधरी की साजिश के तहत मेरी सुरक्षा हटा दी गई थी।
VHRP | Delhi Blast
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