लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। आजमगढ़ के जिलाधिकारी रवीन्द्र कुमार ने अधिशासी अभियंता, बाढ़ खंड अरुण सचदेव को मां-बहन की गाली देते हुए लाठी-डंडों से पीट दिया। इस पर अधिशासी अभियंता ने अपने विभागध्यक्ष को पत्र लिखकर जान-माल के सुरक्षा की गुहार लगाई है।
यह है मामला
13 जून को शाम 5 बजे कलेक्ट्रेट सभागार में मुख्य सचिव की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक में अधिशासी अभियंता अरुण सचदेव को भी शामिल होना था। बैठक से पहले जिलाधिकारी ने बाढ़ प्रभावित गांवों की सूची मांगी थी जिस पर अभियंता अरुण सचदेव ने बताया कि उपजिलाधिकारी सगड़ी से सूचना मांगी गई है और प्राप्त होते ही दी जाएगी।
वीसी के बाद बढ़ा विवाद
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के बाद जिलाधिकारी ने अरुण सचदेव को कैंप ऑफिस बुलाया गया। आरोप है कि वहां पहुंचने पर उनका मोबाइल जब्त करवा दिया गया और जिलाधिकारी के कक्ष में भेजा गया। अंदर पहुंचते ही जिलाधिकारी ने कथित रूप से उन्हें अपशब्द कहे और डंडे से मारा।
तुम्हें तो मारना चाहिए, जो करना है कर लो
अरुण सचदेव का आरोप है कि जिलाधिकारी ने उन्हें कहा कि तुम खुद को हीरो समझते हो? तुमसे बड़ा हीरो मैं हूं। तुम्हें डंडे से मारना चाहिए। इसके बाद दो-तीन डंडे मारते हुए कहा, जा, जहां बताना है बता दे, मेरा कोई कोई कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा।
मानसिक उत्पीड़न का आरोप
अधिशासी अभियंता ने इस पूरे घटनाक्रम को स्वप्न जैसा और आत्मसम्मान को कुचलने वाला बताया है। उन्होंने विभागध्यक्ष को पत्र लिखकर शासन से उच्च स्तरीय जांच और कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
डीएम खामोश
फिलहाल जिलाधिकारी की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। मामला शासन तक पहुंच चुका है और उच्च स्तरीय जांच की संभावना जताई जा रही है।
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